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    कफ सीरप तस्कर शुभम जायसवाल के पिता भोला एनडीपीएस न्यायालय में पेश, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 03 Dec 2025 04:19 PM (IST)

    सोनभद्र पुलिस ने कफ सीरप तस्करी के आरोपी भोला प्रसाद जायसवाल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ...और पढ़ें

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     पूछताछ में भोला ने बताया कि फर्म उसके नाम पर है, लेकिन संचालन उसका बेटा शुभम करता था।

    मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, सोनभद्र। कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लाए गए कफ सीरप के तस्कर वाराणसी निवासी भोला प्रसाद जायसवाल को सोनभद्र पुलिस ने बुधवार को दोपहर बाद जनपद के एनडीपीएस न्यायालय में पेश किया। यहां न्यायालय ने आरोपित को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में सौंपने का आदेश दिया।

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    इसके पूर्व पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता कर जानकारी दिया कि आरोपित भोला प्रसाद जायसवाल पूरे परिवार के साथ थाइलैंड भागने की फिराक में था। वह ड्रग माफिया शुभम जायसवाल का पिता है। कोलकाता में गिरफ्तारी के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर जनपद में लाया गया है।

    पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अभिषेक वर्मा की ओर से ड्रग माफियाओं एवं कफ सीरप तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय एवं क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में गठित सोनभद्र पुलिस, एसआइटी व एसओजी टीम सोनभद्र ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।

    एसपी ने बुधवार को बताया कि टीम द्वारा कोलकाता से कफ सीरप तस्करी के मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल पुत्र रामदयाल, निवासी ए-924/जे, कायस्थ टोला, प्रहलाद घाट, आदमपुर, जनपद वाराणसी को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह विदेश भागने की तैयारी में था। गिरफ्तारी के उपरांत पुलिस द्वारा कोलकाता में ट्रांजिट रिमांड हेतु माननीय न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसके क्रम में अभियुक्त को ट्रांजिट रिमांड पर सोनभद्र लाया गया है।

    जांच से स्पष्ट हुआ कि भोला प्रसाद जायसवाल द्वारा मेसर्स शैली ट्रेडर्स, रांची (झारखंड) के माध्यम से बड़े पैमाने पर कफ सीरप की नकली बिलिंग कर विभिन्न जनपदों में अवैध वितरण किया जा रहा था। एसआईटी जांच में जनपद भदोही, चंदौली, वाराणसी व सोनभद्र में लगभग 25 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ, जिनमें से अधिकांश फर्में धरातल पर अस्तित्वहीन पाई गईं। संलिप्त खातों को फ्रीज कराया गया है।

    29 नवंबर को ड्रग इंस्पेक्टर राजेश मौर्य द्वारा थाना रॉबर्ट्सगंज पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। उक्त अभियोग में उल्लेखित है कि ग्राम बरकरा की फर्जी फर्म मां कृपा मेडिकल एवं मेसर्स शिवक्षा प्रा. लिमिटेड द्वारा एक अप्रैल .2024 से 23 अगस्त 2025 तक 7,53,000 शीशियां फेंसेडिल सीरप अवैध रूप से काले बाजार में खपाई गईं। उक्त संगीन आरोपों के आधार पर सोनभद्र पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा भोला प्रसाद जायसवाल की गिरफ्तारी की गई।

    पुछताछ के दौरान अभियुक्त भोला प्रसाद जायसवाल ने यह बताया गया कि फर्म उनके नाम से पंजीकृत है, परंतु इसका संचालन उनका पुत्र शुभम जायसवाल करता था। आगे उन्होंने कहा कि नकली बिलिंग तथा फर्जी लेन-देन संबंधी समस्त गतिविधियां भी शुभम जायसवाल द्वारा ही की जाती थीं। भोला जायसवाल ने पुछताछ में बताया कि व्यापार का पूरा संचालन झारखंड में स्थित गोदाम से किया जा रहा था। व्यापार का वित्तिय लेन देन का कार्य सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) विष्णु अग्रवाल द्वारा किया जाता था इस संबंध में भी सोनभद्र एसआइटी टीम द्वारा विष्णु अग्रवाल से अलग से पुछताछ की जायेगी। अभियुक्त के द्वारा बताये गये तथ्यों की जांच हेतु एसआइटी टीम द्वारा उचित कस्टडी रिमांड पर लिया जायेगा। अन्य जनपदों की पुलिस टीम द्वारा भी पूछताछ की कार्यवाही की जा रही है।

    कब क्या हुआ -
    - 18 अक्टूबर 2025 को जनपद सोनभद्र में चेकिंग के दौरान दो कंटेनरों से कुल 1,19,675 शीशी लगभग 3.50 करोड़ रुपयें की प्रतिबंधित कफ सीरप की शीशियां बरामद की गई थीं।
    - 01 नवंबर को झारखंड के रांची में 134 पेटी में करोड़ों की कुल 13400 अवैध कफ सिरफ की शीशियां बरामद की गई थीं।
    - 03- 04 नवंबर 2025 की रात्रि में सोनभद्र पुलिस व गाज़ियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपयें की प्रतिबंधित कफ सीरप तथा 20 लाख रुपये फंडिंग की नकदी बरामद की थी।

    जनपद जिनमें आरोपी भोला प्रसाद जायसवाल वांछित था

    1. जनपद चंदौली
    2. जनपद जौनपुर
    3. जनपद गाजीपुर
    4. जनपद वाराणसी

    गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम

    1. एसओजी प्रभारी उप निरीक्षक राजेश जी चौबे।

    2. निरीक्षक सदानंद राय एसआइटी टीम।
    3. निरीक्षक प्रणय प्रषून श्रीवास्तव एसआइटी टीम।
    4. हेड कांस्टेबल प्रकाश सिंह सर्विलांस सेल।
    5. कांस्टेबल सत्यम पांडेय एसओजी टीम।