सोनांचल में अपराध पर नियंत्रण के लिए स्थापित होगा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
सोनभद्र में अपराध नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह सेंटर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरों से जुड़ा होगा, जिससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी। स्मार्ट कैमरे अपराधियों को पहचान लेंगे और पुलिस को सूचित कर देंगे। यह सेंटर ट्रैफिक व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा में भी मददगार होगा। वाराणसी के बाद पूर्वांचल में यह पहला सेंटर होगा।

इस सेंटर से चौराहों की ट्रैफिक लाइट, ट्रैफिक व्यवस्था, नागरिक सुरक्षा में मदद मिलेगी।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। सोनांचल में अपराध पर नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस सेंटर से शहर या ग्रामीण क्षेत्रों के वे सभी सीसीटीवी कैमरे जुड़ेंगे जो नेटवर्किंग में होंगे। सरकारी या निजी सभी कैमरों को इससे जोड़ा जा सकेगा। ताकि कही भी कोई क्राइम हो तो बदमाशों को पकड़ने में सहूलियत मिल सके। यानी बदमाशों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाएगा।
हाईटेक स्मार्ट कैमरे उन्हें पहचान लेंगे। कुछ ही देर में संदेश इस इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंच जाएगा। बीप की आवाज सुनते ही पुलिस सावधान हो जाएगी। लोकेशन के आधार पर बदमाशों दबोचने में आसानी हो जाएगी। साथ ही इस सेंटर से चौराहों की ट्रैफिक लाइट, ट्रैफिक व्यवस्था, नागरिक सुरक्षा में मदद मिलेगी।
इसके माध्यम से गतिविधियों पर रियल टाइम डाटा एवं विभिन्न एनालिटिक्स का प्रयोग किया जा सकेगा। दावा किया जा रहा है कि वाराणसी के बाद पूर्वांचल के किसी जिले में यह पहला इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होगा।
सोनांचल को पहाड़, झरने, किले और वादियां लोगों को आकर्षित करने वाले के रूप में भी जाना जाता है। सोनांचल के ओबरा व अनपरा क्षेत्र की बिजली उत्पादन इकाईयां, पत्थर, बालू व कोयले का उत्पादन होता है। यहां के जंगल में औषधीय पौधे बहुतायत मिलते हैं। सोनांचल में आदिवासियों की संख्या बहुतायत है।
हालांकि यहां पर संगठित क्राइम का ग्राफ अन्य जिलों की तुलना में अधिक नहीं है। फिर भी तैयारी आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए यहां इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए पुराने कंट्रोल रूम का जीर्णोद्धार किया जाएगा। यह कार्य शुरू भी हो गया है। इसके साथ ही पुलिस लाइन का गेट भी बेहतर बनाया जाएगा।
इसमें आटोमेटिक बूम बैरियर भी लगाया जाएगा। ताकि आने-जाने वाले सभी का रिकार्ड तैयार हो सके। यह बैरियर एक मोटर चालित गेट है जो वाहनों के प्रवेश और निकास को नियंत्रित करने के लिए एक यांत्रिक बूम का उपयोग करता है।
यह पार्किंग क्षेत्रों, टोल बूथों और गेटेड सोसायटियों जैसे स्थानों पर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए रिमोट कंट्रोल, आरएफआइडी या मोबाइल ऐप जैसी तकनीकों के साथ काम करता है। यह सिस्टम अनधिकृत प्रवेश को रोकने में भी मदद करता है।
अपराध पर नियंत्रण के लिए यहां पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इससे विभाग के सभी 350 के साथ ही आम लोगों के भी सीसीटीवी कैमरे जोड़े जाएंगे। ताकि एक स्थान से ही निगरानी की जा सके।
अभिषेक वर्मा, पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र

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