Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIR in UP: यूपी में सॉफ्टवेयर ने मतदाताओं को बताया डुप्लीकेट, अब BLO जांच में सही मिल रहे वोटर

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 04:43 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में एक सॉफ्टवेयर ने कई मतदाताओं को डुप्लीकेट बता दिया, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) द्वारा मौके पर जाकर जांच करने पर पता चला कि सॉफ्टवेयर में त्रुटि थी और मतदाता सही थे। बीएलओ की रिपोर्ट के बाद मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में फिर से शामिल किए गए, जिससे उन्हें राहत मिली।

    Hero Image

    अब बीएलओ जांच में सही मिल रहे वोटर।

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र। मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया के दौरान इस बार सॉफ्टवेयर ने बड़ी संख्या में मतदाताओं को डुप्लीकेट (दोहरी प्रविष्टि वाले) के रूप में चिह्नित कर दिया। इसके बाद निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) घर-घर जाकर जांच कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि जांच में अधिकांश मतदाता सही और वास्तविक पाए जा रहे हैं। इससे न केवल मतदाता, बल्कि बीएलओ भी उलझन में हैं कि आखिर तकनीकी गड़बड़ी कहां हुई। जनपद में दो लाख 27 हजार 601 डुलीकेट मतदाता चिन्हित किए गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब तक 90 हजार 380 डुुप्लीकेट मतदाताओं की जांच की गयी है, जिसमें से 87,645 डुप्लीकेट मतदाता सही पाए गए, जबकि सिर्फ 2735 प्रविष्टि सही मिले हैं। हालांकि अभी भी एक लाख 37 हजार 221 डुप्लीकेट मतदाताओं की जांच होनी है, जिसे बीएलओ नवंबर के अंत तक पूरा करेंगे।

    इस तरह किया जा रहा सत्यापन

    सहायक निर्वाचन अधिकारी जगरूक पटेल ने बताया कि साफ्टवेयर ने कई ऐसे मतदाताओं को डुप्लीकेट बताया है जिनके नाम, पिता का नाम या जन्मतिथि समान या मिलती-जुलती थी। इसी आधार पर सिस्टम ने उन्हें दोहरी प्रविष्टि मान लिया। जमीनी स्तर पर जब बीएलओ जांच करने पहुंचे, तो पता चला कि मतदाता तो वर्षों से उसी घर में रह रहे हैं और उनका नाम सही तरीके से सूची में दर्ज है।

    कई जगहों पर एक ही परिवार के दो सदस्यों को भी गलती से डुप्लीकेट दिखा दिया गया, जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है। बीएलओ का कहना है कि साफ्टवेयर की यह त्रुटि मतदाता सूची सुधार की गति को प्रभावित कर रही है क्योंकि एक-एक नाम की मैनुअल जांच करनी पड़ रही है।

    घोरावल में सर्वाधिक मिले थे डुप्लीकेट मतदाता

    आयोग के साफ्टवेयर ने सबसे अधिक डुप्लीकेट मतदाता घोरावल ब्लाक में चिन्हित किया था। यहां पर 40,821 मतदाता चिन्हित हुए थे। इसी तरह करमा में 25892, कोन में 10840, चतरा में 17366, चोपन में 25340, दुद्धी में 18626, नगवां में 9245, म्योरपुर में 29661, राबर्ट्सगंज में 38862 व बभनी ब्लाक में 10948 मतदाताओं को डुप्लीकेट चिन्हित किया गया था। जिसका सत्यापन बीएलओ घर-घर जाकर कर रहे हैं।