'जनजातियों के उत्थान, आर्थिक स्वावलंबन के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध ', सोनभद्र में बोले CM योगी
सोनभद्र में जनजातीय गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार आदिवासी समाज के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। वनाधिकार कानून में संशोधन से हजारों दावों को स्वीकृति मिली है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई विद्यालय और छात्रावास बनाए जा रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है और कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, सोनभद्र। चोपन स्थित रेलवे खेल मैदान में आयोजित बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनजातियों के उत्थान पर विशेष जोर दिया। कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए केंद्र व राज्य सरकार पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है।
जनपद में आदिवासी समाज के लिए चल रहे कार्यों को भी मंच से गिनाया। कहा कि वनाधिकार कानून में संशोधन करके अब तक 15,388 व्यक्तिगत व 769 सामुदायिक दावे स्वीकृत किए गए हैं। स्वीकृत वनाधिकार दावों को राजस्व अभिलेख में दर्ज कर दावेदारों को खतौनी प्रदान किया जा रहा है।
जिससे लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम आवास योजना, प्रधानमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा का लाभ मिल सके। बताया कि जनजाति समुदाय में शैक्षणिक विकास के लिए जनपद में अनुसूचित जनजाति के छात्र/छात्राओ के लिए पीपड़खाड़ में एकलव्य माडल आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है।
अनुसूचित जनजाति छात्रों के लिए राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय राबर्ट्सगंज व आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय नगवां में निर्माणाधीन है। इसके अलावा अनुसूचित जनजाति बालिकाओं के लिए लोढ़ी में राजकीय छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है।
इसी प्रकार एकलव्य विद्यालय, आश्रम पद्धति विद्यालय, अभ्युदय कोचिंग योजना, नगरीय क्षेत्रों में आवासीय छात्रावास का निर्माण कर जनजाति परिवार के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर किया जा रहा है।
बताया कि जनपद में चार पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित है। जिसमें तीन बालक व एक बालिका विद्यालय है। प्रत्येक ब्लाक में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हो रहा है। जिसमें जनजातीय समुदाय के बालिकाओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है।
जनजातीय समुदाय के बीच उद्यमिता के विकास के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है। इनके द्वारा निर्मित उत्पादों के विपणन के लिए मार्केट उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। जनजातीय बाहुल्य गांवों में कौशल विकास के लिए महिला कल्याण, बाल कल्याण विभाग, कौशल विकास विभाग संयुक्त रूप से काम कर रही है।

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