पशु अस्पताल की मरम्मत व सामान खरीद घालमेल, सेवानिवृत्ति से दो दिन पहले उन्नाव के सीवीओ निलंबित
उन्नाव जिले में पशु चिकित्सालयों की मरम्मत में अनियमितता के आरोप में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी महावीर प्रसाद को शासन ने निलंबित कर दिया है। 13.80 लाख रुपये के कायाकल्प कार्य में धांधली की शिकायत पर डीएम ने जांच समिति गठित की थी। जांच में कार्य अधूरा पाया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। यह निलंबन उनकी सेवानिवृत्ति से ठीक दो दिन पहले हुआ है।

सीबीओ महावीर प्रसाद सिंह। इंटरनेट मीडिया
जागरण संवाददाता, उन्नाव। जिले के 12 पशु चिकित्सालय, पशु सेवा केंद्रों में 13.80 लाख रुपये से होने वाले कायाकल्प कार्य में घालमेल में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) महावीर प्रसाद को शासन ने निलंबित कर दिया है। हालांकि, अभी तक ऐसा कोई आदेश पत्र जिला मुख्यालय नहीं पहुंचा। यह कार्रवाई उनके सेवानिवृत्त तिथि 31 अक्टूबर 2025 से ठीक दो दिन पहले हुई है। इस मामले में संपर्क करने का प्रयास किया गया तो सीवीओ ने काल रिसीव नहीं की।
पशुपालन विभाग के 12 पशु अस्पताल और दो पशु सेवा केंद्रों की रंगाई-पुताई, मरम्मत व अन्य सामान की खरीद के लिए शासन ने 13.80 लाख रुपये स्वीकृत किए थे। रंगाई-पुताई से लेकर सामान की खरीद में घालमेल के आरोप लगे। झाड़ू, तौलिया आदि की वास्तविक से 10 गुणा अधिक कीमतों पर खरीद दिखाई गई। इसकी शिकायत शासन तक पहुंची थी। विशेष सचिव पशुपालन देवेंद्र पांडेय ने प्रकरण की जांच के लिए डीएम गौरांग राठी को पत्र जारी किया था।
डीएम ने समिति गठित कर विस्तृत जांच के लिए 18 जुलाई 2025 को लिखा था। डीएम ने जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और कोषागार अधिकारी की कमेटी गठित की थी। कमेटी ने बीती चार-पांच अक्टूबर को जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी थी। 13-14 अक्टूबर को जांच रिपोर्ट डीएम गौरांग राठी ने शासन को भेजी थी।
विभागीय सूत्रों के अनुसार गोआश्रय स्थल अधूरा मिला था। रिपोर्ट का परीक्षण कराया गया। सूत्रों के अनुसार मामले की जांच रिपोर्ट में सिकंदरपुर कर्ण के अचलगंज के साथ सुमेरपुर के चार चिकित्सालय व केंद्रों का कायाकल्प कार्य अधूरा मिला। जांच में न तो खिड़कियों की मरम्मत मिली थी और न ही फर्श की। अधिकांश फर्श क्षतिग्रस्त व खिड़कियों के शीशे टूटे हैं। रंग रोगन में भी काम चलाऊ कार्य किया गया, जबकि भुगतान पूरा कर दिया गया। एस्टीमेट के अनुसार कार्य नहीं मिला।
इसी प्रकरण में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी महावीर प्रसाद सिंह को शासन ने निलंबित कर पत्र जारी कर दिया है। डीएम गौरांग राठी ने बताया कि शाम तक उन्हें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। उधर पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डा. गोपेश श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी नहीं है। नियमित वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली बैठक में सीवीओ को जुड़ना था, लेकिन वह नहीं जुड़े थे।
यह भी पढ़ें- हमीरपुर में शादी वाले घर में हुआ खूनी खेल, प्रेमिका की चौखट से उठा प्रेमी का शव
यह भी पढ़ें- हमीरपुर में बाइक पर बैठे चाचा- भतीजे को कार ने मारी टक्कर, मासूम को रौंदती निकली कार
यह भी पढ़ें- प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी ने चाचा को मारा चाकू तो परिवारवालों ने उसे मार डाला, फिर प्रेमिका ने काट लिया गला
यह भी पढ़ें- Kanpur LLB छात्र पर हमले का मामला! CCTV फुटेज दे रहे गवाही, न वो कम थे न ये
यह भी पढ़ें- कानपुर के भूमाफिया और वकील अखिलेश दुबे की जमानत अर्जी हाई कोर्ट में खारिज, बचाव पक्ष ने दी ये दलील

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।