बीएचयू में नॉन-लीनियर ऑप्टिमाइजेशन पर इंडो-फ्रेंच सेमिनार और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नॉन-लीनियर ऑप्टिमाइज़ेशन पर इंडो-फ्रेंच सेमिनार शुरू हुआ। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत और फ्रांस के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य नॉन-लीनियर ऑप्टिमाइज़ेशन के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देना और दोनों देशों के शोधकर्ताओं के बीच सहयोग स्थापित करना है। विशेषज्ञों ने नवीनतम प्रगति और भविष्य की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किए।

बीएचयू में सेमिनार का आयोजन।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के गणित विभाग द्वारा “Recent Developments in Non-linear Optimization Problems and Applications (RDNOPA 2025)" और "The International Conference on Non-linear Optimization and Applications (ICNOA 2025)” का उद्घाटन आज विज्ञान संस्थान परिसर स्थित महामना सभागार में किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रोफेसर अजित कुमार चतुर्वेदी ने वर्तमान में तेजी से विकसित हो रहे शैक्षणिक एवं शोध परिदृश्य में सहयोग, नवाचार और अनुकूलनशीलता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने समान रुचि रखने वाले विद्वानों के मजबूत नेटवर्क के निर्माण की आवश्यकता पर जोर देते हुए संस्थानों के बीच आपसी यात्राओं और शैक्षणिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने की बात कही।
कुलपति ने विश्वविद्यालय की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति और पहुंच को रेखांकित करते हुए कहा कि सम्मेलन में बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी भी शामिल हो रहे हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI) के उदय पर उन्होंने कहा कि दुनिया वर्तमान में एक ऐसे दौर से गुजर रही है जिसमें डेटा-आधारित दृष्टिकोण सैद्धांतिक अनुसंधान को तेजी से प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने इंगित किया कि आज डेटा इतना महत्वपूर्ण है कि वह सिद्धांत से आगे प्रतीत होता है।
विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संजय कुमार ने संस्थान के बढ़ते अंतःविषयक (interdisciplinary) शोध पर जोर देते हुए कहा, “भारत और फ्रांस के गणितज्ञों, कंप्यूटर वैज्ञानिकों तथा अनुप्रयुक्त शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाकर, हम विज्ञान में दीर्घकालिक वैश्विक साझेदारियों का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।” उन्होंने अपने संबोधन में ऑप्टिमाइजेशन तकनीकों के विभिन्न क्षेत्रों-विज्ञान, इंजीनियरिंग, और डेटा विश्लेषण- में बढ़ते महत्व पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि Prof. Marc Lassonde का परिचय देते हुए Prof. Didier Aussel (University of Perpignan) ने उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक योगदान तथा स्थायी व्यक्तिगत प्रभाव की सराहना की। इसके पश्चात मुख्य अतिथि फ्रांस के Prof. Marc Lassonde (LIMOS, Clermont-Ferrand, France) ने "Recent Advances in Nonlinear Optimization" विषय पर एक प्रभावशाली Plenary Talk दी, जिसमें उन्होंने नॉनलिनियर समस्याओं के समाधान हेतु नवीन दृष्टिकोणों और एल्गोरिथमिक विकास पर चर्चा की।
मुख्य अतिथि का सम्मान संकाय प्रमुख प्रो. अरुण देव सिंह और निदेशक प्रो. संजय कुमार द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात कुलगीत प्रस्तुत किया गया। स्वागत भाषण सम्मेलन संयोजक प्रोफेसर एस. के. मिश्रा द्वारा दिया गया, जिन्होंने सेमिनार और सम्मेलन के उद्देश्यों तथा अपेक्षित परिणामों का सार प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एम. एम. त्रिपाठी ने किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
आगामी तीन दिनों तक सम्मेलन में भारत और विदेश से अग्रणी शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों तथा छात्रों को एक साथ लाकर नॉनलिनियर ऑप्टिमाइजेशन और इसके विविध अनुप्रयोगों के क्षेत्र में हाल की प्रगतियों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन में विशिष्ट वक्ताओं द्वारा plenary talks, invited lectures तथा शोध पत्र प्रस्तुतियाँ होंगी, जो नॉनलिनियर ऑप्टिमाइजेशन के क्षेत्र में सार्थक चर्चा और सहयोग को प्रोत्साहित करेंगी।

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