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    काशी में अन्‍नपूर्णेश्‍वरी ने लुटाया अन्‍न - धन का खजाना, नि‍हाल हुए भक्‍त

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 12:21 PM (IST)

    वाराणसी के काशी में अन्नपूर्णा माता मंदिर में अन्नकूट महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान माता अन्नपूर्णा ने भक्तों पर अन्न और धन की वर्षा की, जिससे श्रद्धालु निहाल हो गए। मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था और दूर-दूर से भक्त इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए आए थे। माना जाता है कि माता अन्नपूर्णा की कृपा से भक्तों के घर में कभी अन्न और धन की कमी नहीं होती।

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    भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन और प्रशासन ने तैयारियों में जोर-शोर से जुटने का निर्णय लिया है।

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    अन्‍नपूर्णा दरबार में पारंपर‍िक आरती के बाद भक्‍तों के ल‍िए दरबार खुला तो खजाने की इंतजार में लगे भक्‍त भी नि‍हाल नजर आए।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। अन्‍नपूर्णेश्‍वरी का दरबार धनतेरस पर खुलते ही अन्‍न धन का खजाना भक्‍तों के ल‍िए बंटना शुरू हो गया। एक द‍िन पूर्व से ही खजाने की आस में भक्‍तों की रात सड़कों पर कटी। धनतेरस के अवसर पर अन्नपूर्णा दरबार में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन और प्रशासन ने तैयारियों में जोर-शोर से जुटने का निर्णय लिया है।

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    पहले तल पर विराजित स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दर्शन और उनके अनुग्रह रूपी खजाने को पाने के लिए अस्थायी सीढ़ी शुक्रवार को स्थापित की गई है। इसके साथ ही, सड़क पर स्टील की बैरिकेडिंग भी की गई है। मंदिर को फूलों और विद्युत झालरों से सजाया गया है। स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दरबार धनतेरस से आम भक्तों के लिए खुल गया।

    मंदिर में लाखों भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध और व्यवस्थित तरीके से मंदिर में प्रवेश कराने के लिए स्टील की बैरिकेडिंग की गई है। दूर-दराज से आए भक्तों ने दोपहर से ही स्थान ले लिया है ताकि भोर में मां के मंदिर में गर्भगृह का पट खुलते ही आसानी से दर्शन कर सकें और मां का खजाना ग्रहण कर सकें। महंत शंकरपुरी महाराज ने बताया कि मां के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को सुविधाजनक तरीके से दर्शन कराने की योजना बनाई गई है।

    अन्नपूर्णा मंदिर में शंकरपुरी विधि से पूजन-अर्चन के बाद आम भक्तों के लिए पट खुला और भोर दर्शन शुरू हुआ। भक्त प्रसाद रूप में खजाना पाकर निहाल हुए। भक्तों ने एक झलक पाने के लिए घंटों कतार में खड़े रहकर माता के जयकारे लगाए। देर रात से ही पूरा परिसर भक्तों की आवाजों से गुंजायमान रहा।

    धनतेरस के इस पावन अवसर पर भक्तों की आस्था और श्रद्धा का अद्भुत नजारा देखने को मिला। भक्तों ने मां अन्नपूर्णा के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को प्रदर्शित किया। मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि मां अन्नपूर्णा के प्रति लोगों की आस्था कितनी गहरी है।

    मंदिर प्रबंधन ने भक्तों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। भक्तों को दर्शन के लिए लंबी कतार में खड़ा होना पड़ रहा है, लेकिन उनकी भक्ति और श्रद्धा उन्हें इस कठिनाई का सामना करने के लिए प्रेरित कर रही है।

    धनतेरस के अवसर पर अन्नपूर्णा दरबार में भक्तों की भारी भीड़ और उनकी भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। मां अन्नपूर्णा का दरबार सज-धज कर भक्तों का स्वागत करने के लिए तैयार है। भक्तों की आस्था और श्रद्धा का यह पर्व हर साल की तरह इस बार भी विशेष रूप से मनाया जा रहा है।

    मंदिर में भक्तों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ उनकी भक्ति का स्तर भी ऊंचा होता जा रहा है। इस अवसर पर मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद पाने के लिए भक्तों की लंबी कतारें इस बात का प्रमाण हैं कि आस्था और श्रद्धा का कोई मोल नहीं होता।