मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के बाद श्रीकांत पुरोहित ने काशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा, बोले मिला न्याय, देखें वीडियो...
2008 मालेगांव विस्फोट मामले में बरी हुए लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने कहा कि वे हर साल यहाँ न्याय की कामना करते थे और उन्हें न्याय मिला। पुरोहित ने काशी के लोगों और प्रशासन के बीच बेहतर संबंध की सराहना की। उन्होंने इसे एक निजी कार्यक्रम बताया और कहा कि काशी में आकर उन्हें हमेशा अच्छा लगता है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वर्ष 2008 में मालेगांव विस्फोट मामले में बरी किए गए आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। बाबा दरबार में दर्शन पूजन करने के बाद उन्होंने केस से बरी होने को लेकर बयान भी जारी किया।
उन्होंने कहा, "आज मैं अपने पूरे परिवार के साथ यहां पर आया था... हम हर साल यहां आते हैं... हम जब भी यहां आते थे तो न्याय की कामना करते थे और हमें न्याय मिला... काशी में आकर हर साल अच्छा लगता है... यहां के आम लोगों और प्रशासन पर दबाव रहता है लेकिन फिर भी कभी प्रशासन और आम लोगों के बीच अनबन नहीं देखी गई जो बाकी जगहों पर देखने को नहीं मिलता है..."।
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श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने अपने परिवार के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी कार्यक्रम है और हर बार वे न्याय की कामना करते हैं। पुरोहित ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि उन्हें न्याय मिला है, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने काशी की संस्कृति और यहां के लोगों की एकता की सराहना की।
देखें वीडियो :
#WATCH | वाराणसी, उत्तर प्रदेश: 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में बरी किए गए आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पर कहा, "आज मैं अपने पूरे परिवार के साथ यहां पर आया था... हम हर साल यहां आते हैं... हम जब भी यहां आते थे तो न्याय की… pic.twitter.com/jQ1YLQF3Ht
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 8, 2025
पुरोहित ने यह भी कहा कि काशी में प्रशासन और आम जनता के बीच का संबंध अन्य स्थानों की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा, "यहां पर आम लोगों और प्रशासन के बीच कोई अनबन नहीं होती, जो कि अन्य स्थानों पर देखने को मिलती है।" उनका यह बयान काशी की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को दर्शाता है, जो इस शहर की पहचान है।
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मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के बाद, पुरोहित ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि न्याय की प्राप्ति ने उन्हें और उनके परिवार को एक नई ऊर्जा दी है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने का उनका यह अनुभव उनके लिए विशेष महत्व रखता है।
पुरोहित ने यह भी बताया कि वे हर साल काशी आते हैं और यहां की आध्यात्मिकता का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा, "काशी में आकर हर साल अच्छा लगता है।" उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव की ओर अग्रसर हैं।
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