PM Modi in Varanasi : बोले मोदी - 'भारत और मॉरीशस सहयोगी नहीं, बल्कि एक परिवार', देखें वीडियो...
PM Modi Varanasi visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। बैठक में दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। काशी में होने वाली इस बैठक को लेकर उत्साह का माहौल है। इस मुलाकात से कई महत्वपूर्ण समझौते होने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। PM Modi Varanasi Visit : काशी में गुरुवार को पीएम नरेन्द्र मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम संग बैठक करने पहुंचे। होटल ताज में दोनों देशों के प्रमुखों की मुलाकात हुई तो आपसी संबंधों में गर्मजोशी देखने को मिली। द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों ही देशों के प्रमुखों ने संबोधित कर बैठक को लेकर बयान भी जारी किया। वहीं दोपहर बाद बैठक में हिस्सा लेने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी एयरपोर्ट से देहरादून के लिए रवाना हो गए।
इसके बाद दोपहर में साझा घोषणा पत्र जारी किया गया। इसके साथ ही प्रेसवार्ता के माध्यम से दोनों देशों के संबंधों को लेकर सवालों का अधिकारियों ने जवाब दिया। वहीं आपसी बैठक के बाद दोनों देशों के प्रमुखों ने ताज होटल में लंच किया तो वहीं साझा वक्तव्य भी इस दौरान जारी हुआ। वहीं काशी में मॉरीशस के पीएम ने मॉरीशस डिएगो गार्सिया का मुद्दा उठाने के साथ ही रणनीतिक लिहाज से भारत से सहयोग भी मांगा है।
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#WATCH | Varanasi, UP: Mauritius PM Dr. Navinchandra Ramgoolam says, "...The issues that we discussed, including the double taxation avoidance treaty, which we think can be improved, but we'll see how things go. Our police do come to India for training, but we want to look at the… pic.twitter.com/NE7v7Adf0X
— ANI (@ANI) September 11, 2025
दोनों ने ताज होटल में द्विपक्षीय वार्ता से पूर्व एक दूसरे से गले मिले तो दोनों के पुरा संबंध ताजा हो उठे। इसी वर्ष मार्च माह में पीएम नरेन्द्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री की मुलाकात इसके पूर्व हो चुकी है। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के डेलीगेशन के बीच स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के साथ आपसी सांस्कृतिक संबंधों को स्थापित करने को लेकर मंथन हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मौजूदगी में भारत और मॉरीशस के बीच एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।
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मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने द्विपक्षीय बैठक में बताया कि हमारे आगमन के बाद से मेरे प्रतिनिधिमंडल के प्रति जो उदार शिष्टाचार हमें प्रदान किया गया है, उसके लिए मैं आपको, प्रधानमंत्री और आपकी सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। वाराणसी में आने के बाद मैं और मेरी पत्नी दोनों उस स्वागत से आश्चर्यचकित थे जो हमें मिला। मेरा मानना है कि किसी अन्य प्रधानमंत्री को कभी ऐसा नहीं मिला। मुझे खुशी है कि यह आपके निर्वाचन क्षेत्र में हैं। मैं समझ सकता हूं कि आप इतनी बड़ी संख्या में क्यों चुने गए हैं। यह भारत की मेरी चौथी आधिकारिक यात्रा है।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और मैंने गंभीर वैश्विक चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श किया है और हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। इस यात्रा ने पुष्टि की है कि मॉरीशस और भारत के बीच संबंध केवल इतिहास या भूगोल से नहीं, बल्कि साझा मूल्यों, एक समान दृष्टिकोण और स्थायी मित्रता से परिभाषित होते हैं।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान काशी के लोगों से मुलाकात की और काशी का हाल भी जाना। उन्होंने काशी और अपने संबंधों को भी याद किया और अपने अनुभव भी संपादकीय मंडल से साझा किए। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बताया कि भारत ने हमेशा उपनिवेशवाद से मुक्ति और मॉरीशस की संप्रभुता की पूर्ण मान्यता का समर्थन किया है और इसमें मॉरीशस के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक भागीदार होना भारत के लिए गर्व की बात है। आज हमने मॉरीशस की जरूरतों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विशेष आर्थिक पैकेज का फैसला किया है। यह बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करेगा।
मोदी ने कहा, काशी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है निभा रहा हूं : मोदी
मारीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रदर्शित किया। मेहमानों के साथ भोज पर पहुंचे संपादकों के साथ अनौपचारिक चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, काशी तो बार-बार आना चाहता हूं लेकिन क्या करूं.., काशी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे निभाने का प्रयास कर रहा हूं। उन्होंने संपादकों से पूछा हमारी काशी के बारे में आप लोग बताएं। जवाब मिला, आपको अपने जनप्रतिनिधि के रूप में पाकर काशी के लोग गौरव की अनुभूति करते हैं। प्रधानमंत्री जवाब सुन थोड़ी देर के लिए ठिठके, फिर बोले, क्या करें काशी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे निभाने का प्रयास कर रहा हूं।
वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत को अपने निर्णय पर अडिग रखने का आत्मविश्वास लिए काशी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मारीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम के साथ साथ बातचीत में दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने पर मुहर लगाई। दोनों प्रधानमंत्रियों की उपस्थिति में देनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने जिन विषयों को स्वीकृति दी वे न केवल मारीशस के विकास को ऊंचाई देंगे बल्कि दोनों देशों के गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को भी नया अर्थ देने वाले हैं। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच पारस्परिक सहयोग का रिश्ता तो पुराना है। मारीशस के विकास में गिरमिटिया के योगदान को सब जानते हैं। यह गिरमिटिया हमारी माटी की महक हैं। वे इस संबंध को हमेशा से मजबूती देते हैं।
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बताया कि भारत के बाहर पहला जन औषधि केंद्र अब मॉरीशस में स्थापित किया गया है। आज हमने फैसला किया है कि भारत मॉरीशस में 500 बिस्तरों वाले आयुष उत्कृष्टता केंद्र सर शिवसागर रामगुलाम राष्ट्रीय (एसएसआरएन) अस्पताल और पशु चिकित्सा स्कूल और पशु अस्पताल के निर्माण में सहायता करेगा। हम चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र, एसएसआर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एटीसी टावर और राजमार्ग और रिंग रोड के विस्तार जैसी परियोजनाओं को भी आगे बढ़ाएंगे। यह पैकेज कोई सहायता नहीं है; यह हमारे साझा भविष्य में एक निवेश है। पिछले साल, मॉरीशस में यूपीआइ और रूपे कार्ड लॉन्च किए गए थे। अब हम स्थानीय मुद्रा में व्यापार को सक्षम करने की दिशा में काम करेंगे।
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#WATCH | Uttar Pradesh: MoUs (Memorandum of Understanding) signed between India and Mauritius in the presence of Prime Minister Narendra Modi and Mauritius Prime Minister Dr. Navinchandra Ramgoolam in Varanasi.
— ANI (@ANI) September 11, 2025
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/2UVwZRpDLR
पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा के प्रवाह के साथ काशी मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है। वहां के दोस्तों का काशी में स्वागत औपचारिक नहीं आत्मिक मिलन है। दोनों देश आपस में एक परिवार हैं। पड़ोसी प्रथम की नीति में मॉरीशस महत्वपूर्ण स्तंभ है।
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मौजूदगी में भारत और मॉरीशस के बीच एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।
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#WATCH | Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi holds delegation-level talks with Prime Minister of Mauritius, Dr. Navinchandra Ramgoolam, in Varanasi.
— ANI (@ANI) September 11, 2025
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/gpJgYzYiJn
पीएम मोदी की दोपहर 12 बजे वाराणसी में अपने मॉरीशस समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू हुई। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी और रामगुलाम के बीच द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा होने की उम्मीद है, जिसमें विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
काशी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मोदी व मारीशस के पीएम डा. नवीनचंद्र रामगुलाम की अगुवाई में हुई द्विपक्षीय वार्ता दोनो देशों के पुरातन रिश्ते की डोर को मजबूत करेगी। इसमें सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा संग विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर बल दिया गया। स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और नीली अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर मंथन किया गया।
यह यात्रा मार्च 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की मारीशस की राजकीय यात्रा से उत्पन्न सकारात्मक माहौल पर आधारित है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को 'संवर्धित रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाया था। हिंद महासागर क्षेत्र में एक मूल्यवान साझेदार और घनिष्ठ समुद्री पड़ोसी के रूप में मारीशस भारत के ‘महासागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति) दृष्टिकोण और 'पड़ोसी पहले' नीति के लिए महत्वपूर्ण है। वाराणसी शिखर सम्मेलन पारस्परिक समृद्धि, सतत विकास और सुरक्षित एवं समावेशी भविष्य की दिशा में भारत और मारीशस की साझा यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा।
भारत-मारीशस के बीच होने वाला द्विपक्षीय वार्ता ग्लोबल साउथ की सामूहिक आकांक्षाओं के लिए खासा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बनारस में जी 20 की बैठक के दौरान सबसे ज्यादा इस पर फोकस रहा। ग्लोबल साउथ विकासशील और अविकसित देशों का समूह है। आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में यह देश स्थित हैं।
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प्रधानमंत्री वायुसेना के विशेष विमान से सुबह 10:43 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी की। उसके बाद प्रधानमंत्री वायुसेना के हेलीकाप्टर में 10:56 बजे सवार हुए और शहर के लिए उड़ान भरी, इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। खुफिया एजेंसियां आईबी, एलआइयू और पुलिस के आला अधिकारी अलर्ट रहे। इसके अलावा एनएसए अजीत डोभाल भी पीएम नरेन्द्र मोदी के डेलीगेट्स में मौजूद रहे।
देखें वीडियो :
#WATCH | Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi meets Prime Minister of Mauritius, Dr. Navinchandra Ramgoolam in Varanasi, Uttar Pradesh
— ANI (@ANI) September 11, 2025
Mauritius PM is on a State Visit to India from 9–16 September.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/jWR74WVFTC
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन वाराणसी पहुंचे तो वहां पार्टी पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान पीएम ने सभी से भेंट कर उनका कुशलक्षेम पूछा। इसके बाद वह सड़क मार्ग से होटल ताज रवाना हो गए। वहीं पीएम के आगमन को देखते हुए होटल ताज के सामने ट्रैफिक शून्य कर दिया गया। दोनों तरफ स्वागत करने वालों की कतार लगी रही और पीएम के काफिले को देख उत्साहित लोगों ने हर हर महादेव का घोष किया तो पीएम ने भी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया।
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#WATCH | Prime Minister Narendra Modi receives a warm welcome on his arrival in Varanasi, Uttar Pradesh
— ANI (@ANI) September 11, 2025
Today, the Prime Minister will host the Prime Minister of Mauritius, Dr. Navinchandra Ramgoolam, who is on a State Visit to India from 9–16 September 2025.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/w0auZ1wFsE
कचहरी गोलघर से नदेसर की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला निकला तो गोलघर चौराहे पर फ्लीट एकदम धीमे हो गई। इस दौरान एसपीजी के जवान पैदल चल रहे थे और लोग पुष्प वर्षा करते हुए प्रधानमंत्री का स्वागत कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री अपने वाहन में से हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते नजर आए।
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काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काशी आगमन पर भव्य स्वागत की तैयारी की गई है। जगह-जगह सांस्कृतिक आयोजनों के साथ ही पोस्टर बैनर और होर्डिंंग लगाकर दोनों देशों के पारस्परिक संबंधों को महत्ता दी गई है।
मॉरीशस के प्रधान मंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में गुरुवार की सुबह विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात की। वाराणसी में लगभग 11.30 बजे, प्रधानमंत्री मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मेजबानी करेंगे, जो 9-16 सितंबर 2025 तक भारत की राजकीय यात्रा पर हैं।
देखें वीडियो :
#WATCH | Uttar Pradesh: Prime Minister of Mauritius, Dr. Navinchandra Ramgoolam meets Foreign Secretary Vikram Misri in Varanasi.
— ANI (@ANI) September 11, 2025
At around 11.30 AM in Varanasi, the Prime Minister will host the Prime Minister of Mauritius, Dr. Navinchandra Ramgoolam, who is on a State Visit to… pic.twitter.com/fdsMZkNjq1
कचहरी गोलघर चौराहे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए अधिवक्ता समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं संग व्यापारी स्वागत करने के लिए उत्सुक रहे। वहीं मिंट हाउस से लेकर कई जगहों पर प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जबकि होटल ताज के सामने पीएम के स्वागत के लिए गुलाब की पंखुड़ियां लेकर इंतजार करते समर्थक
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वहीं बुधवार की शाम जब काशी पहुंचे तो उनका स्वागत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने किया। एयरपोर्ट पर स्वागत से मॉरीशस के प्रधानमंत्री भी अभिभूत नजर आए।
भारत-मारीशस संबंध साझा इतिहास में निहित: डा. नवीनचंद्र
राज्य ब्यूरो, मुंबई। मारीशस के प्रधानमंत्री डा. नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा है कि भारत और मारीशस के संबंध साझा इतिहास में निहित हैं। वह गुरुवार को भारत-मारीशस बिजनेस कान्क्लेव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारतीय व्यवसाइयों को ब्लू इकोनामी (मत्स्य पालन, समुद्री अवसंरचना), डिजिटल ट्रांसफार्मेशन, फिनटेक, एआइ, एवं साइबर सुरक्षा के अलावा स्वास्थ्य सेवा, मेडिकल टूरिज्म, नवीकरणीय ऊर्जा, रियल एस्टेट एवं स्मार्ट शहरी विकास के क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया। डा. नवीनचंद्र रामगुलाम ने मारीशस को एशिया और अफ्रीका के बीच पुल बताते हुए कहा कि मारीशस की यह स्थिति भारतीय व्यवसाइयों को अफ्रीका में एक सुरक्षित एवं प्रतिस्पर्धी प्रवेश द्वारा प्रदान कर सकती है, क्योंकि मारीशस को अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र, एसएडीसी एवं सीओएमईसीए जैसे क्षेत्रीय बाजारों में विशेष पहुंच प्राप्त है। उन्होंने अपने वक्तव्य का समापन यह कहते हुए किया कि द्वार खुला है, मंच सुरक्षित है, और अब समय है इसके उपयोग करने का। इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहरलाल ने कहा कि दोनों देशों के बीच दिल का रिश्ता है। मारीशस की 70 प्रतिशत जनसंख्या भारतीय मूल की है। अब भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम, स्वच्छ ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) में नेतृत्व, हरित विकास पर फोकस करने वाला देश बन चुका है।
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पीएम मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत को काशी आतुर रही। पुलिस लाइन से ताज होटल तक पूरा मार्ग गुलाब की पंखुड़ियों से आच्छादित रहा और जगह-जगह हर हर महादेव के उद्घोष के बीच प्रधानमंत्री का ग्रैंड वेलकम कीरूपरेखा एक दिन पहले ही खींच ली गई। गुलाब बाग स्थित भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय पर हुई बैठक में पदाधिकारियों ने निर्णय किया। जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक में स्वागत की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। छह प्रमुख स्वागत प्वाइंट तय किए गए जहां हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं और आमजन की मौजूदगी रहेगी। बैठक में स्वागत प्वाइंट की जिम्मेदारियों भी जनप्रतिनिधियों को सौंपी गई। बैठक में भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, जिला अध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल व डा. दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी अश्वनी त्यागी, विधायक एवं पूर्व मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी धर्मेन्द्र राय, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, सह प्रभारी संतोष सोलापुरकर समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।
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