वाराणसी के बसनी में आयोजित एकता यात्रा को स्वतंत्र देव सिंह ने किया रवाना
स्वतंत्र देव सिंह ने वाराणसी के बसनी गाँव से एकता यात्रा को रवाना किया। इस अवसर पर, उन्होंने देश में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। यात्रा का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच आपसी समझ और भाईचारे को बढ़ाना है।

इस यात्रा का उद्देश्य सरदार पटेल के विचारों को आगे बढ़ाना और समाज में एकता को बढ़ावा देना है।
जागरण संवाददाता (बड़ागांव) वाराणसी। क्षेत्र के बसनी चौराहे पर बुधवार को सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर एकता यात्रा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सरदार पटेल के विचार राष्ट्रीय एकता, कठोर परिश्रम, आत्मबल और लोकतंत्र पर केंद्रित थे। उन्होंने कहा कि देश की एकता सर्वोपरि है, जिसके लिए सामाजिक भेदभाव को समाप्त कर सभी को एकजुट होना चाहिए।
उन्होंने नागरिक कर्तव्य, अहिंसा, और भय पर विजय पाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इसके साथ ही, स्वतंत्र भारत के लिए सुशासन और एक सशक्त प्रशासनिक ढांचा की आवश्यकता की बात भी की।
पिंडरा विधायक डॉ. अवशेश सिंह ने दूसरे व्यक्ता के रूप में कहा कि वर्तमान समय में यह आवश्यक है कि हम सभी भेदभाव भुलाकर राष्ट्र की समृद्धि के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति के लिए यह आवश्यक है कि हम अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए राष्ट्रहित में कार्य करें। कार्यक्रम के दौरान पिंडरा विधायक ने मुख्य अतिथि स्वतंत्र देव सिंह को चांदी का मुकुट पहनाकर उनका सम्मान किया।
एकता यात्रा बसनी से होते हुए कुआर बाजार तक जाएगी। इस यात्रा में हजारों की भीड़ रही, जिसमें दर्जनों घुड़सवार और बुलेट सवार युवाओं का जुलूस लोगों के आकर्षण का केंद्र बना।
एकता यात्रा में मुख्य रूप से पूर्व गृह सचिव अवनीश अवस्थी, सैयदराजा विधायक सुशील सिंह, एसडी अग्रवाल, एसडीएम प्रतिभा मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पवन सिंह, डॉ. जे पी दुबे, संदीप सिंह सहित हजारों लोग उपस्थित थे।
इस यात्रा का उद्देश्य सरदार पटेल के विचारों को आगे बढ़ाना और समाज में एकता को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम न केवल सरदार पटेल की जयंती को मनाने का एक माध्यम है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता को भी दर्शाता है। इस प्रकार की गतिविधियाँ समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

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