अबूधाबी से काठमांडू जा रहा विमान वाराणसी में उतरा, इराकी यात्री की तबीयत बिगड़ी
अबू धाबी से काठमांडू जा रहा अरबिया एयरलाइंस का विमान नेपाल में प्रदर्शनों के कारण वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरा। विमान में 144 यात्री थे। एक इराकी यात्री महमूद अलीसा की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल भेजा गया। मेडिकल टीम ने तुरंत प्राथमिक उपचार दिया। विमान लगभग दो घंटे बाद अबू धाबी के लिए रवाना हुआ।

जागरण संवाददाता (बाबतपुर) वाराणसी। मंगलवार को अबूधाबी से काठमांडू के लिए उड़ान भरने वाला अरबिया एयरलाइंस का विमान संख्या 3एल 43 नेपाल में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के कारण उत्पन्न बिगड़े हालात के चलते वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अपराह्न लगभग 3:30 बजे उतरा। इस विमान में कुल 144 यात्री सवार थे। विमान ने वाराणसी में लगभग दो घंटे 10 मिनट का समय बिताने के बाद शाम 5:40 बजे अबूधाबी के लिए पुनः उड़ान भरी।
विमान के लैंड होने के लगभग आधे घंटे बाद, एक इराकी यात्री महमूद अलिऐसा की अचानक तबीयत बिगड़ गई। एयरपोर्ट पर तैनात मेडिकल टीम ने तुरंत यात्री को प्राथमिक उपचार प्रदान किया। हालांकि, जब उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें दीनदयाल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। एयरपोर्ट पर मौजूद चिकित्सक डॉ. सुजीत ने बताया कि उन्होंने यात्री को फर्स्ट एड देने के बाद अस्पताल भेजने की प्रक्रिया को पूरा किया।
इस घटना ने एयरपोर्ट पर मौजूद अन्य यात्रियों और कर्मचारियों के बीच चिंता का माहौल पैदा कर दिया। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए। इस प्रकार की घटनाएं कभी-कभी यात्रा के दौरान हो सकती हैं, लेकिन एयरपोर्ट की मेडिकल टीम ने त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देकर स्थिति को संभाल लिया।
विमान के वाराणसी में रुकने के कारण यात्रियों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन एयरलाइंस ने उन्हें आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान की। यात्रियों ने इस स्थिति को समझते हुए धैर्य बनाए रखा और एयरलाइंस के कर्मचारियों का धन्यवाद किया।
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इस घटना ने यह भी दर्शाया कि कैसे अचानक उत्पन्न परिस्थितियों में एयरलाइंस और एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता महत्वपूर्ण होती है। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए। वाराणसी एयरपोर्ट पर हुई यह घटना एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि कैसे संकट के समय में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई आवश्यक होती है। जबकि पूर्व में इसी एयरपोर्ट पर बीएचयू के पूर्व कुलपति को उपचार समय पर नहीं मिल पाने को लेकर लंबे समय तक लापरवाही का आरोप लगता रहा है।
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