वाराणसी में मानसूनी सक्रियता ने दी फिर दस्तक, भारी उमस के बाद सुबह झूमकर बरसे बदरा, जानें कब लौटेगा मानसून
उत्तर प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ने से तापमान में वृद्धि होगी और उमस भरी गर्मी बढ़ने की आशंका है। अगले दो-तीन दिनों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दाब क्षेत्र के कारण मानसून द्रोणी दक्षिणी ओर चली गई है जिससे प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र नहीं है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। मानसूनी सक्रियता की संभावनाएं एक दिन पूर्व से ही उस समय से नजर आने लगी थीं जब उमस का असर लोगों को पसीना पसीना करने लगा था। उमस की वजह से लोगों के माथे पर आया पसीना सुबह बारिश के बूदों के राहत के रूप में सामने आया। सुबह 10 बजे के बाद बादलों की सक्रियता शुरू हुई और थोड़ी देर में झमाझम बरसात ने लोगों को उमस से राहत दे दी।
हालांकि प्रदेश में मानसूनी गतिविधियां कमजोर पड़ने के कारण वातावरण का तापमान बढ़ने की पूर्व में ही अनुमान मौसम विभाग ने जताया था। उमस भरी गर्मी और प्रबल होने की उम्मीद पूर्व में ही जताई जा चुकी थी।
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हालांकि इस बीच दो-तीन दिनों तक कुछ स्थानों पर छिटपुट वर्षा होने की पूरी उम्मीद है। इस पूरे माह भर मानसूनी सक्रियता का दौर खत्म होने लगेगा और अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून लौट जाएगा। इस दौरान पूरे सत्र में बादलों ने वाराणसी में औसत से अधिक बारिश कराई है। इसकी वजह से इस सत्र में मानसून ने पर्याप्त बारिश की नेमत दी है।
उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बने निम्नदाब क्षेत्र के मध्य भारत से होकर पश्चिमी भारत की ओर आगे बढ़ने तथा दक्षिणी राजस्थान के ऊपर प्रबल होकर अवदाब में परिवर्तित हो जाने से मानसून द्रोणी अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिणी ओर चली गई है। परिणामस्वरूप प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र नहीं है। इसके चलते पिछले दो-तीन दिनों से प्रदेश के ज्यादातर भागों में प्रभावी वर्षा नहीं हो रही है।
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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के लखनऊ स्थित आंचलिक कार्यालय के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही एवं अवशेष वायुमंडलीय आर्द्रता के प्रभाव से दिन चढ़ने के साथ विकिरणीय ऊष्मन बढ़ जा रहा है। इससे उत्पन्न वायुमंडलीय अस्थिरता के कारण कुछ-एक स्थानों पर मेघगर्जन के साथ छिटपुट वर्षा हो जा रही है। मौसम में आए इस बदलाव का क्रम दो-तीन दिनों तक जारी रह सकता है।
इस बीच तापमान में निरंतर वृद्धि का क्रम जारी है। हालांकि रविवार को बादलों की आवाजाही के चलते शहर के अधिकतम तापमान में 0.6 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 36 डिग्री सेल्सियस पर रहा। न्यूनतम तापमान में भी 0.8 डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बीच 87 से 82 प्रतिशत आर्द्रता बनी रही।
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