Rain in Varanasi: बनारस में झूम के बरसे बादल, ढाई घंटे में 42 मिमी वर्षा हुई रिकॉर्ड
महादेव के शहर में गुरुवार सुबह से मौसम सुहाना बना रहा। दोपहर दो बजे के बाद बादल और भी घना होना आरंभ हो गए। लगभग ढाई बजे से तेज हवा के साथ झमाझम वर्षा आरंभ हुई जो रुक-रुक कर शाम तक होती रही। इस बीच वर्षा का वेग कम-अधिक होता रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में धान की फसलों को संजीवनी मिलने से किसानों के चेहरे पर हरियाली दौड़ गई।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। भादों के मेघों ने अपना रूप दिखाया और गुरुवार की दोपहर बाद झूमकर बरसे। लगभग ढाई घंटे तक झमाझम वर्षा के बाद भी रिमझिम फुहारें तो कभी बूंदाबांदी देर शाम तक लगी रहीं। इस दौरान शहर में कुल 42 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
इससे अधिकतम तापमान में लगभग 1.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई और यह सामान्य से 2.4 डिग्री कम हाेकर 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहते हुए सामान्य से 1.1 डिग्री अधिक रहा। जबकि इस वर्षा का प्रभाव शहर बाबतपुर क्षेत्र में मामूली ही रहा। वर्षा व तेज हवा के चलते कई स्थानों पर पेड़ भी गिर पड़े।
वर्षा का मुख्य क्षेत्र सराय मोहना से रामनगर, शिवपुर, चिरईगांव तक रहा। जनपद के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा बूंदाबांदी तक ही सीमित रहने से वहां अधिकतम तापमान में 1.6 डिग्री की वृद्धि देखी गई और यह सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस अधिक 33.8 डिग्री रहा। न्यूनतम तापमान भी 0.7 डिग्री बढ़कर सामान्य से 0.4 डिग्री अधिक 26.2 डग्री सेल्सियस रहा।
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जलाजल सड़कें-गलियां, चहुुुंओर लगा जाम
भादो की झमाझम बरसात से समूचा शहर जलाजल हो गया। सड़कों पर नालों व सीवर का पानी ओवरफ्लो होकर बहने लगा। कई स्थानों पर सड़कें-गलियां ताल-तलैया का आभास कराने लगीं। घुटने भर पानी में आवागमन में लोगों को पसीने छूट गए। इससे कई क्षेत्रों में जाम भी लगा।
सर्वाधिक दुरूह स्थिति अंधरापुल व मंडुआडीह में देखने को मिली जहां 200 मीटर की दूरी तय करने में आधे घंटे से अधिक का समय लग गया। बीएचयू के सरसुंदर लाल अस्पताल परिसर घंटों पानी लहराता रहा।
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रामनगर, लंका-सामने घाट मार्ग, खोजवां, सोनिया, गोदौलिया, अर्दली बाजार में महावीर मंदिर चौराहा, गायत्री नगर कालोनी मार्ग, मंडुआडीह के समेत निचले इलाकों में रात तक सड़कों-गलियों में पानी भरा रहा। इसने नगर निगम के दावे को भी आइना दिखा दिया।

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