Almora News: तीनों सालों से डेंगू और मलेरिया के प्रकोप से मुक्त अल्मोड़ा, अब तक एक भी मामला नहीं
अल्मोड़ा जिले में पिछले तीन वर्षों से डेंगू और मलेरिया का कोई मामला सामने नहीं आया है जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है और जिले में आने वाले मरीजों की नियमित जांच कर रहा है। डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं और संभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव किया जा रहा है।

हेमंत बिष्ट, अल्मोड़ा। जहां एक ओर देश के कई हिस्सों में डेंगू और मलेरिया के मामले लगातार सामने आ रहे है। इन मामलों से हजारों लोगों की मौत तक हो चुकी है। वहीं अल्मोड़ा जिले से राहत भरी खबर है। पिछले तीन सालों से जिले में डेंगू और मलेरिया का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इस वर्ष भी अब तक इन बीमारियों की कोई पुष्टि नहीं हुई है। वहीं जितने भी मामले यहां इलाज को आए है वह सब बाहरी क्षेत्रों के थे।
स्वास्थ्य विभाग का कहना कि जिले में डेंगू और मलेरिया से निपटने के लिए पूरी तैयारियां की गई है। इलाज के लिए आने वाले लोगों की नियमित जांच की जा रही है।
किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सभी व्यवथाएं की गयी है। स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक कर रहा है। यहां साफ-सफाई, पानी की निकासी और मच्छरों के प्रजनन को रोकने जैसे उपायों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी-लार्वा छिड़काव और निगरानी अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
डेंगू कारण और लक्षण
डेंगू एक विषाणु जनित रोग है, जो कि एडीज नामक संक्रमित मादा मच्छर से फैलता है। डेंगू के कारण शरीर में प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं। शरीर में खून की कमी हो जाती है। अचानक तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, स्वाद का पता न चलना, भूख न लगना आदि इसके लक्षण हैं।
बीते तीन सालों में डेंगू और मलेरिया का कोई भी मामला जिले में सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और संभावित खतरों से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। जांच और उपचार की पूरी व्यवस्था उपलब्ध है।
-डॉ कमलेश जोशी, जिला मलेरिया अधिकारी, अल्मोड़ा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।