Bageshwer: बोलेरो खाई में गिरी, चालक ने उपचार के दौरान तोड़ा दम
बागेश्वर में एक बोलेरो गाड़ी खाई में गिरने से चालक की मृत्यु हो गई। दुर्घटना बागेश्वर के पास हुई जब चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। गंभीर रूप से घायल चालक को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना क्षेत्र में शोक का माहौल पैदा कर गई है।

108 नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने काटा हंगामा. Concept Photo
जागरण संवाददाता, बागेश्वर । लीती मोटर मार्ग में वाहन को बैक करते समय बोलेरो वाहन का ब्रेक फेल हो गया। वह गहरी खाई में गिर गया। घटना में चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल से लाया गया। जहां से हायर सेंटर रेफर किया गया। लेकिन उसने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया। 108 को लेकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा। घटना के बाद स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
कपकोट तहसील के लीती निवासी 27 वर्षीय चालक डिगर सिंह पुत्र लाल सिंह रविवार की सुबह बोलेरो वाहन को बैक कर रहे थे, इसी दौरान अचानक ब्रेक फेल हो गया तथा वाहन खाई में गिर गया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने हल्द्वानी रेफर किया। लेकिन 108 समय पर नहीं पहुंच सकी। उसने जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड दम तोड़ दिया।
डा. तनुजा रावत ने बताया कि युवक की गर्दन, कमर तथा पीठ में गंभीर चोटें थीं। इसी कारण बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा रहा था। इधर, कोतवाल अनिल उपाध्याय ने कहा कि शव को कब्जे में लिया गया है। पोस्टमार्टम कराया जाएगा। घटना की सभी कोणों से जांच की जा रही है।
परिवार कमाऊ था मृतक चालक
मृतक चालक के पिता लाल सिंह ने बताया कि तीन पुत्रियां तथा तीन पुत्र हैं। जिसमें सबसे बड़ा मृतक था। दो बेटियों का विवाह हो गया है। परिवार में कमाने वाला एक ही था। उसके जाने के बाद परिवार बिखर गया है। उसकी मां को बार-बार बेहोशी के दौंर पड़ रहे हैँ। बहनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों ने जिला अस्पताल में काटा हंगामा, लगाए आरोप
जागरण संवाददाता, बागेश्वर । जिले में एंबुलेंस सेवा पर आए दिन लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। रविवार को एक बार फिर तीली के ग्रामीणाों ने सेवा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यदि समय पर एंबुलेंस मिल जाती तो चालक डिगर की जान बच जाती। वाहन मिलने में एक घंटे से अधिक का समय लग गया।
लीती की ग्राम प्रधाान मीना देवी का कहना है कि घायल चालक को चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया था, जिला अस्पताल की दोनों एंबुलेंस हल्द्वानी गए हुए थे। उन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया जो कपकोट से यहां पहुंची, लेकिन तब तक चालक की मृत्यु हो गई थी। चालक के मौत होते ही गांव के युवाओं का गुस्सा फूट गया। उन्होंने जिला अस्पताल में प्रदर्शन किया। एंबुलेंस संचालन पर सवाल उठाए तथा आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रकाश बाछमी, पंकज कुमार, राहुल कुमार बाराकोटी, ललित दानू, गौरव कोरंगा, भगत सिंह, प्रेम दानू आदि उपस्थित थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।