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    बमराड़ी से लेकर सीमार तक के वन आग से खाक

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 31 Mar 2022 04:40 PM (IST)

    बुधवार की रात बमराड़ी से लेकर सीमार के जंगलों में भयंकर आग लग गई। सुबह तक वन विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया। जिस कारण गरुड़-कौसानी मोटर मार्ग पर यातायात प्रभावित नहीं हुआ।

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    बमराड़ी से लेकर सीमार तक के वन आग से खाक

    जागरण संवाददाता, बागेश्वर : वनों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ने लगी हैं। राहत की बात यह है कि पिरुल के अलावा अन्य नुकसान अब तक नहीं हुआ है। बुधवार की रात बमराड़ी से लेकर सीमार के जंगलों में भयंकर आग लग गई। सुबह तक वन विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया। जिस कारण गरुड़-कौसानी मोटर मार्ग पर यातायात प्रभावित नहीं हुआ।

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    वनाग्नि काल में जिले में अब तक वनों में आग की 20 घटनाएं हो गई हैं। जिसमें लगभग 20 हेक्टेयर वन जले हैं। चीड़ आदि के पेड़ों को आग लगने से हानि नहीं हुई है। लेकिन पिरूल जल गया है। जिस कारण हरियाली छिनने लगी है। पर्यावरण में धुआं फैल रहा है। जिससे अस्थमा रोगियों, बुर्जुगों और बच्चों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। आंखों में जलन आदि की शिकायत भी लोग करने लगे हैं। बमराड़ी से लेकर सीमार तक के जंगलों में भयंकर आग लग गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। फायर वाचर और वन कर्मियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है। वर्तमान में आग तो बुझ गई है, लेकिन धुआं वातावरण में फैल गया है। आग लगने से सबसे अधिक वन्य जीव प्रभावित हो रहे हैं। जिसके कारण वह गांव और शहरों का रुख करने लगे हैं। गुलदार आदि जानवरों की गांवों में आमद बढ़ने से लोग भी दहशत में हैं। इधर, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने कहा कि आग काबू में है। जानवर आदि नहीं मरे हैं। चीड़ के पेड़ भी सुरक्षित हैं। केवल पिरूल जला है।