Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    विदेशियों का खूब भा रही फूलों की घाटी, देशी पर्यटक हुए कम; 31 अक्टूबर को बंद किए जाएंगे घाटी के गेट

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 05:30 AM (IST)

    गोपेश्वर से मिली खबर के अनुसार, फूलों की घाटी में इस साल विदेशी पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। 2025 में अब तक 413 विदेशी पर्यटक आ चुके हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 330 थी। हालांकि, देशी पर्यटकों की संख्या में कमी आई है, इस साल 15,305 पर्यटक ही आए हैं। घाटी 31 अक्टूबर को बंद हो जाएगी। फूलों की घाटी अपनी अनूठी सुंदरता के लिए जानी जाती है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, गोपेश्वर। विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी ने इस वर्ष विदेशी पर्यटकों के मामले में नया रिकार्ड स्थापित किया है। वर्ष 2025 में अब तक 413 विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं, जबकि 2024 में यह संख्या केवल 330 थी। हालांकि, देशी पर्यटकों की संख्या में इस बार कमी देखने को मिल रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देशभर से इस वर्ष 15,305 पर्यटक ही घाटी पहुंचे हैं, जबकि गत वर्ष घाटी के गेट खुलने से लेकर बंद होने तक 19 हजार से अधिक पर्यटक आए थे। अब घाटी के गेट बंद होने में सिर्फ 10 दिन बचे हैं। ऐसे में देशी पर्यटकों की संख्या गत वर्ष से कम ही रहने के आसार हैं।

    फूलों की घाटी हर वर्ष एक जून से 31 अक्टूबर तक खुली रहती है, लेकिन प्रमुख पर्यटक सीजन जुलाई-अगस्त का माना जाता है। सर्दी की दस्तक के कारण इन दिनों गिनती के पर्यटक ही यहां पहुंच रहे हैं। इस सीजन में अब तक कुल 15,718 पर्यटक आए हैं। इनमें से 413 पर्यटक विदेशी हैं। विदेशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या से साफ है कि फूलों की घाटी अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए भी आकर्षक स्थल बन चुकी है।

    फूलों की घाटी नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अंतर्गत 87.5 वर्ग किलोमीटर में फैली है। यहां 500 से अधिक प्रजातियों के फूल खिलते हैं, जिनका रंग हर 15 दिन में बदलता है। घाटी की इसी अनूठी विशेषता का दीदार करने के लिए पर्यटक यहां आते हैं।

    घाटी में रात्रि विश्राम की अनुमति और कोई स्थायी खाने-पीने की सुविधा नहीं है। इसलिए पर्यटक बेस कैंप घांघरिया से पैदल यात्रा शुरू करते हैं और उसी दिन लौट जाते हैं। इस घाटी को वर्ष 1982 में राष्ट्रीय पार्क और वर्ष 2005 में यूनेस्को से विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त हुआ।

    प्राकृतिक सुंदरता के अलावा घाटी में भोजपत्र के जंगल भी हैं। देशी पर्यटकों से 200 और विदेशी पर्यटकों से 800 रुपये प्रवेश शुल्क लिया जाता है।

    दो वर्षों में आए पर्यटक

    वर्ष भारतीय पर्यटक विदेशी पर्यटक राजस्व
    2024 19,071 330 39,40,850
    2025 (अब तक) 15,305 413 32,85,950