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    Devidhura Bagwal: आठ मिनट चला 'युद्ध', 183 से ज्‍यादा वीर व दर्शक घायल, 50 हजार श्रद्धालु बने साक्षी

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 04:27 PM (IST)

    चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में शनिवार को बग्वाल खेली गई। उत्तराखंड समेत विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु इस आठ मिनट की बग्वाल के साक्षी बने जिसमें गहरवाल वालिग चम्याल लमगड़िया खाम के युवाओं ने भाग लिया। नाशपाती और माल्टा से शुरू हुई इस बग्वाल में कुछ पत्थर भी चले। लगभग 50 हजार दर्शक इस अनूठी परंपरा को देखने पहुंचे जिसमें 183 से अधिक लोग घायल हो गए।

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    बग्वाल प्राचीन लोक परंपरा व आस्था का प्रतीक। Jagran

    जासं, चंपावत। चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में शनिवार को बग्वाल खेली गई। आठ मिनट चली बग्वाल को देखने के लिए उत्तराखंड के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचे थे।

    बादलों की मौजदूगी के बीच खोलीखाड़ दुबचौड़ के मैदान में गहरवाल, वालिग, चम्याल, लमगड़िया आदि चार खाम के युवाओं ने दो दलों में बंटकर बग्वाल खेली। जयकारे लगाते व एक-दूसरे में उत्साह भरते हुए बग्वाल खेली।

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    शुरुआत में नाशपाती, माल्टा से शुरू हुई बग्वाल में बाद में आंशिक पत्थर भी चले। अपराह्न 1:58 बजे शुरू हुई बग्वाल 2:05 मिनट तक चली। आठ मिनट की बग्वाल को देखने के लिए 50 हजार से अधिक दर्शक पहुंचे हुए थे।

    बग्वाल में 183 से अधिक बग्वाली वीर व दर्शक चोटिल हो गए। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय टम्टा बग्वाल के साक्षी बने। टम्टा ने बग्वाल को प्राचीन लोक परंपरा व आस्था का प्रतीक बताया।

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