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    Pre Monsoon में सात प्रदेशों में ज्‍यादा बारिश, Western Disturbance फिर होगा एक्टिव; 16 से 19 मई से बदलेगा मौसम

    Updated: Tue, 13 May 2025 04:12 PM (IST)

    Weather Update उत्‍तर पश्चिम भारत में प्री-मानसून की बारिश से किसानों को राहत मिली है। उत्तराखंड समेत सात राज्यों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है जिसमें लद्दाख में सबसे ज्‍यादा बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 16 से 19 मई के बीच मौसम में फिर बदलाव आने की संभावना है जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है।

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    Pre Monsoon: उत्तराखंड समेत उत्तर पश्चिम प्रदेशों पर मौसम मेहरबान। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, चंपावत। Pre Monsoon: देश के उत्तर पश्चिम प्रदेशों पर प्री मानसून मेहरबान रहा है। एक मार्च से 12 मई की अवधि के दौरान उत्तराखंड समेत सात प्रदेशों में सामान्य या उससे अधिक वर्षा हुई है।

    सर्वाधिक वर्षा के मामले में लद्दाख शीर्ष पर है। जहां सामान्य से पांच गुना से अधिक पानी बरसा है। दूसरी ओर जम्मू कश्मीर, हिमाचल और पंजाब में सामान्य से कम वर्षा हुई है। खरीफ की बुआई के समय पर हुई वर्षा किसानों के लिए राहत देने वाली सिद्ध हुई है।

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    राजस्थान में बरसा 119 प्रतिशत अधिक पानी

    भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) उत्तराखंड समेत 10 प्रदेशों को देश के उत्तर पश्चिम हिस्से में रखता है। आइएमडी के अनुसार एक मार्च से 12 मई के बीच उत्तराखंड समेत सात प्रदेशों में सामान्य या उससे अधिक वर्षा हुई है। लद्दाख में सामान्य से 449 प्रतिशत, राजस्थान में 119 प्रतिशत अधिक पानी बरसा है।

    हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़, दिल्ली में सामान्य से मामूली अधिक वर्षा हुई है। उत्तर प्रदेश बराबरी पर है। सामान्य से कम वर्षा वाले तीनों प्रदेश जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल में माई से ही कम वर्षा हुई, इससे वर्षा के मामले में तीनों पिछड़ गए। दूसरी ओर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ ने मार्च की कमी अप्रैल व मई में पूरी कर ली है।

    16 मई से फिर बदलाव संभव

    मई पहले दो सप्ताह में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए। इससे पर्वतीय जिलों में अधिकांश दिन बादलों की आवाजाही रही। औसतन एक दिन छोड़कर वर्षा देखने को मिली। आइएमडी के अनुसार 16 से 19 मई के बीच मौसम फिर से बदलेगा। इस अवधि में अनेक जगह बादल छाने के साथ पर्वतीय जिलों में कहीं कही गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इससे बढ़ते तापमान पर फिर से अंकुश लगेगा।

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    प्रदेशवार प्री मानसून वर्षा (मिमी में)

    प्रदेश वास्तविक सामान्य कमी/अधिकता (प्रतिशत में)
    उत्तर प्रदेश 20.5 20.5 0
    उत्तराखंड 138.7 117.9 18
    हरियाणा 39.8 30.5 30
    चंडीगढ़ 51.7 38.5 34
    दिल्ली 49.7 37.1 34
    पंजाब 35.4 43.7 -19
    हिमाचल 149.6 203.9 -27
    जम्मू कश्मीर 183.9 284.4 -35
    लद्दाख 39.0 7.1 449
    राजस्थान 28.8 13.1 119

    (नोट: आंकड़े एक मार्च से 12 मई तक। स्रोत: आइएमडी)

    पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होने से उत्तराखंड समेत उत्तर पश्चिमी प्रदेशों में अच्छी वर्षा हुई है। इससे खेती को फायदा मिलेगा। अगले सप्ताह भी थोड़ी बहुत मौसमी गतिविधि बनी रह सकती है। -बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून

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