दीवाली के धूमधड़ाके में ध्वनि प्रदूषण के सभी मानक धड़ाम, इतना प्रतिशत बढ़ गया पटाखों का शोर
दीपावली पर देहरादून में ध्वनि प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन हुआ। रिहायशी इलाकों में यह 60% और व्यावसायिक क्षेत्रों में 50-55% अधिक रहा। हालांकि, वायु प्रदूषण में सुधार देखा गया और अगले दिन AQI में गिरावट दर्ज की गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

60 से 80 प्रतिशत तक अधिक पाया गया ध्वनि प्रदूषण। जागरण
सुमन सेमवाल, देहरादून। इस बार की दीपावली में बेशक वायु प्रदूषण माध्यम से खराब स्थिति में पहुंच गया था, लेकिन राहत थी कि बीते वर्ष के मुकाबले स्तर बेहद कम रहा। लेकिन, ध्वनि प्रदूषण के मामले में यह सुकून नजर नहीं आया। रात के समय ध्वनि प्रदूषण के जो मानक तय किए गए हैं, पटाखों के शोर में वह 60 से 80 प्रतिशत तक बढ़ गया।
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के मद्देनजर वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण की स्थिति का भी आकलन किया। ध्वनि की तीव्रता का आकलन नेहरू कालोनी जैसे रिहायशी क्षेत्र के साथ ही कामर्शियल जोन में घंटाघर और आइएसबीटी क्षेत्र को शामिल किया गया था।
दीपावली की रात नेहरू कालोनी जैसे रिहायशी क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण सीमा से 60 प्रतिशत अधिक पाया गया। अस्पताल जैसे साइलेंस जोन के हिसाब से तुलना किया जाए तो ध्वनि प्रदूषण की दर मानक से 80 प्रतिशत अधिक रही। घंटाघर और आइएसबीटी जैसे कमर्शियल क्षेत्र की बात करें तो ध्वनि प्रदूषण की दर 50 से 55 प्रतिशत अधिक आंकी गई।
दीपावली की रात यह रहा ध्वनि प्रदूषण (डेसिबल में)
नेहरू कालोनी (रिहायशी क्षेत्र)
- रात में मानक 45 डेसिबल
- सामान्य दिन पर, 60.2
- दीपावली पर, 72
कमर्शियल जोन (घंटाघर)
- रात में मानक 55 डेसिबल
- सामान्य दिन पर, 68.9 डेसिबल
- दीपावली पर, 85.6 डेसिबल
कमर्शियल जोन (आइएसबीटी)
- रात में मानक, 55 डेसिबल
- सामान्य दिन पर, 75.3 डेसिबल
- दीपावली पर 82.6 डेसिबल
सामान्य स्थिति की तरफ लौटने लगा वायु प्रदूषण
दीपावली के दिन देहरादून में वायु प्रदूषण का ग्राफ खराब श्रेणी में 200 एक्यूआइ को पार कर गया था। घंटाघर पर यह 254, जबकि नेहरू कालोनी 230 पाया गया था। हालांकि, दीपावली के अगले दिन इस स्तर में बड़ी गिरावट पाई गई है। 21 अक्टूबर को घंटाघर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 174 और नेहरू कालोनी में 131 पाया गया। इसी तरह ऋषिकेश में एक्यूआइ 116 और टिहरी में वायु प्रदूषण का स्तर 41 रहा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल के अनुसार देहरादून में भी कई परिवारों ने मंगलवार को दीपावली मनाई। ऐसे में कई जगह पटाखे जलाए गए। हालांकि, ऐसे परिवारों की संख्या कम रही। जिस कारण दीपावली में 200 पार कर गया एयर क्वालिटी इंडेक्स का आंकड़ा अगले दिन ही 200 से कम माध्यम श्रेणी में आ गया। उम्मीद है कि एक या दो दिन में शहर की हवा सामान्य स्थिति में लौट आएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।