तीन बेटियों के विवाह के लिए रोशन हुआ ''अपना घर'', बेहद खास है इसकी कहानी
देहरादून के बद्रीपुर में 'अपना घर' आश्रम में तीन बेटियों का विवाह समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह आश्रम, जो बेसहारा बेटियों के लिए मायके जैसा है, उनकी परवरिश और सपनों को साकार करने में मदद करता है। रमिंद्री मंद्रवाल और मोहम्मद इलियास इन बेटियों को अपने बच्चों की तरह प्यार देते हैं। विवाह समारोह में हल्दी, संगीत और अन्य पारंपरिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

बद्रीपुर स्थित अपना घर आश्रम में हो रहा तीन बेटियों का विवाह-समारोह। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, देहरादून। शांत और सौम्य वातावरण वाले दून के बद्रीपुर क्षेत्र में स्थित ''''अपना घर'''' आश्रम इन दिनों एक अनोखी रौनक से भरा हुआ है। आश्रम के प्रवेश द्वार पर रंगीन तोरण लहरा रहे हैं और आंगन में हल्दी, फूलों और चंदन की मिश्रित सुगंध फैली हुई है। यहां कोई साधारण समारोह नही, बल्कि तीन बेटियों का पावन विवाह होने जा रहा है। अपना घर आश्रम केवल एक संस्था नहीं, बल्कि बेटियों का मायका है, एक ऐसा घर जहां न केवल उनकी परवरिश हुई, बल्कि उनके सपने भी संवारे गए।
अपना घर आश्रम में समाजसेवी रमिंद्री मंद्रवाल इन बेसहारा बेटियों को दादी का लाड-दुलार देती हैं, जबकि माेहम्मद इलियास इनके लिए पिता का रूप हैं। इन दोनों ने हर बेटी को अपने बच्चों जैसा प्यार दिया है। उनकी देखरेख, परिश्रम और आशीर्वाद के साथ इस साल फिर तीन बेटियां जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़ रही हैं।
इनमें यामिनी का विवाह सतीश नौटियाल से होने जा रहा तो उर्मिला का रविंद्र रोहिल्ला से। वहीं, पूजा अब एक प्रतिष्ठित परिवार में जा रही और अमरदीप जुयाल के साथ सात फेरे लेगी। रमिंद्री मंद्रवाल ने कहा कि हर बेटी के लिए परिवार चुनना किसी भी मायके की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। अपना घर आश्रम ने यह जिम्मेदारी पूरी श्रद्धा और सावधानी से निभाई है। महीनों से चल रही खोज, परिचय, संवाद और प्रार्थनाओं के बाद इन तीनों बेटियों के लिए संस्कारी, सम्मानित और प्रेमपूर्ण परिवार मिले हैं।
'अपना घर' का सफर
अपना घर आश्रम वर्ष 2007 में दून के इंजीनियर एनक्लेव से शुरू हुआ। बढ़ते बच्चों और जरूरतों के साथ यह टर्नर रोड ओगल भट्टा क्लेमेटाउन में शिफ्ट हो गया और अब बद्रीपुर जोगीवाला में संचालित हो रहा। वर्ष 2019 से यह आश्रम पूर्ण रूप से बालिकाओं के कल्याण को समर्पित है। वर्तमान में यहां की कई बेटियां उच्च शिक्षा के लिए अध्ययनरत हैं तो कई नौकरी कर रहीं। पुरस्कार जीत रही हैं और अपने जीवन में सम्मान से आगे बढ़ रही हैं।
तीन बेटियों का विवाह समारोह
22 नवंबर शनिवार (मांगलिक कार्यक्रम)
स्थान: अपना घर परिसर
हल्दी, मंगल-स्नान, प्रीतिभोग, मेहंदी-संगीत
23 नवंबर रविवार (मुख्य विवाह)
स्थान: रावत फार्म हाउस, बड़पुर, माजरी माफी रोड
बारात स्वागत सुबह 10 बजे, विवाह संस्कार: शुभ मुहूर्तानुसार
विदाई: शाम छह बजे

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