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    उत्तराखंड के कॉलेजों के छात्रों के लिए सुनहरा मौका, रोजगार के लिए बेहद महत्‍वपूर्ण होंगे ये पांच साल

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 02:04 PM (IST)

    उत्तराखंड के उच्च शिक्षा संस्थान अगले पांच वर्षों में 70% छात्रों को कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़ने का लक्ष्य बना रहे हैं। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नैसकॉम और इंफोसिस जैसे संस्थानों के सहयोग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि हर साल 10 हजार छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से एक लाख रुपये प्रतिमाह का पैकेज मिले। इसके लिए कॉलेजों में प्लेसमेंट सेल का गठन अनिवार्य किया गया है।

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    विवि, महाविद्यालयों, आइटीआइ एवं पालीटेक्निक संस्थानों में प्रशिक्षण अनिवार्य। प्रतीकात्‍मक

    अशोक केडियाल, जागरण, देहरादून। राज्य के उच्च शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी संस्थान आने वाले पांच वर्षों में 70 प्रतिशत छात्रों को स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों से जोड़ने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इसके तहत विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, आइटीआइ एवं पालीटेक्निक संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

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    नैसकाम, इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड और बाधवानी फाउंडेशन जैसे बड़े संस्थानों के सहयोग से विभिन्न कौशल आधारित पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। अमृता विश्वविद्यापीठम विवि के सहयोग से 40 महाविद्यालयों में वर्चुअल लैब की सुविधा शुरू की गई है। आइआइटी कानपुर छात्रों को निश्शुल्क कोचिंग उपलब्ध करा रहा है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज ने प्रदेश के 6441 छात्रों को वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया है, जिससे युवाओं के करियर अवसर मजबूत होंगे।

    संस्थानों में उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र होगा विकसित

    उच्च शिक्षा संस्थानों में उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र, छात्रों में कौशल अंतराल (स्किल गैप) व प्लेसमेंट की चुनौतियां जैसे अहम बिंदुओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। चतुर्थ सत्र में इंडस्ट्री-एकेडेमिया लिंकेज पर विवि पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। उद्योग एवं बाजार आधारित पाठ्यक्रम निर्माण, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप व उच्च शिक्षण संस्थानों में उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना करने की योजना है।

    महाविद्यालयों में दस हजार प्लेसमेंट का लक्ष्य

    प्रदेश के 119 राजकीय विश्वविद्यालय को प्रत्येक वर्ष 10 हजार छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट का लक्ष्य दिया गया है। इसके तहत विश्वविद्यालय अपने परिसर एवं संबद्ध महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का अंतिम वर्ष में कैंपस इंटरव्यू करा कर उन्हें प्रतिमाह न्यूनतम एक लाख का पैकेज दिलवाएंगे। ताकि राज्य में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे 10 हजार छात्रों को प्लेसमेंट के माध्यम से लखपति बनाया जा सके।

    कालेजों में प्लेसमेंट सेल होगा गठित

    राज्य के 421 स्ववित्तपोषित, अशासकीय व राजकीय महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों को अपने-अपने कैंपस में प्लेसमेंट सेल का गठन करना अनिवार्य होगा। उन्होंने राज्य के विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग एवं नैक ग्रेडिंग के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

    शिक्षा की तस्वीर

    • शिक्षण संस्थान, संख्या, छात्रसंख्या
    • राजकीय महाविद्यालय, 119, 82,400
    • निजी संस्थान, 381, 2,50,000
    • विश्वविद्यालय 45, 2,40,000
    • आइटीआइ, 71, 17,500
    • पालीटेक्निक, 65, 14,600

     

    ‘प्रदेशभर के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में देवभूमि उद्यमिता प्रशिक्षण संस्थान नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम के अलावा स्टार्टअप और नवाचार के युवाओं को जोड़ रहा है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के छात्रों को कौशल विकास में दक्ष बनाया जा रहा है ताकि आने वाले समय में 80 प्रतिशत से अधिक युवाओं को बेहतर पैकेज में देश ओर विदेशों में नौकरी मिल सके।’
    - सौरभ बहुगुणा, कौशल विकास मंत्री