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    Dehradun News: देहरादून में दो ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार, सीएम धामी करेंगे उद्घाटन; प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति

    Updated: Sun, 15 Dec 2024 11:15 AM (IST)

    दून में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दो नए ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार हो गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही इनका उद्घाटन करेंगे। इन चार्जिंग स्टेशनों के बनने से शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिलेगा और प्रदूषण कम होगा। बाकी स्थलों पर भी ईवी चार्जिंग स्टेशन का काम गतिमान है। शीघ्र इनका काम पूरा कर संचालन शुरू कराया जाएगा।

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    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे ईवी स्टेशन का उद्घाटन। जागरण

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दून में जिस तरह वायु प्रदूषण का ग्राफ बढ़ रहा है, उसे देखते हुए इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) को बढ़ावा देने से बेहतर कोई विकल्प नहीं। इस दिशा में हमार शहर आगे भी बढ़ रहा है। स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों से लेकर विक्रम, ऑटो और टाटा मैजिक जैसे वाहन ईवी सेगमेंट में नजर आने लगे हैं। निजी वाहनों में भी ईवी का चलन बढ़ा है।

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    यह सिक्के का एक पहलू और दूसरे पहलू के रूप में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाकर ईको फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट के सपने को साकार किया जा सकता है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने सितंबर माह में इस दिशा में कदम बढ़ाए थे और विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम बनाकर प्रथम चरण में शहर में 10 स्थान चार्जिंग स्टेशन की स्थापना के लिए तलाश किए थे। अब दो ईवी चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द इनका उद्घाटन करेंगे

    जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि गांधी पार्क और परेड ग्राउंड के सामने ईवी चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से चार्जिंग स्टेशन की सुविधा सुलभ होने से नागरिक ईवी वाहनों की दिशा में प्रेरित होंगे। साथ ही यह कदम पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कारगर साबित होगा। साथ ही इससे ध्वनि प्रदूषण प्रदूषण पर भी अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि बाकी स्थलों पर भी ईवी चार्जिंग स्टेशन का काम गतिमान है। शीघ्र इनका काम पूरा कर संचालन शुरू कराया जाएगा।

    गांधी पार्क के बाहर बनकर तैयार हुआ इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग स्टेशन l जागरण


    प्रमुख स्थलों पर नहीं थे चार्जिंग स्टेशन

    वर्तमान में शहर में कई स्थलों पर चार्जिंग प्वाइंट हैं, लेकिन वह प्रमुख स्थलों पर नहीं हैं। नए चार्जिंग स्टेशन के निर्माण के बाद यह कमी दूर हो जाएगी। नगर निगम, प्रशासन, यातायात पुलिस, सिंचाई विभाग और एमडीडीए के 08 अधिकारियों की टीम ने सर्वे के बाद इन स्थानों का चयन किया था। चिह्निकरण नगर निगम/लोनिवि की अनुपयुक्त भूमि के रूप में किया गया है। चार्जिंग स्टेशनों का संचालन पीपीपी माडल पर किया जाएगा।

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    चार्जिंग स्टेशन के लिए यह स्थान चिह्नित

    • पटेल पार्क के सामने (घंटाघर के पास)
    • गांधी पार्क के पास
    • परेड ग्राउंड के पास
    • पैसिफिक हिल्स (राजपुर रोड क्षेत्र)
    • आइएसबीटी के पास
    • बल्लूपुर के पास
    • रिस्पना पुल-आइएसबीटी रोड/विधानसभा के निकट/अजबपुर आरओबी
    • माल आफ देहरादून के पास

    वाहन चार्ज करने में लगेंगे 45 मिनट, एक बार में 02 वाहन चार्ज

    जो चार्जिंग प्वाइंट स्थापित किए जाएंगे, वह 45 से 50 मिनट के भीतर वाहन को चार्ज कर देंगे। एक प्वाइंट पर दो वाहन को एक साथ चार्ज किया जा सकता है।

    इलेक्ट्रिक वाहन 11 हजार, बढ़ेगी संख्या

    दून में वाहनों की संख्या 10 लाख से अधिक है। इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बात की जाए तो यह अभी महज 11 हजार ही है। हालांकि, चार्जिंग स्टेशन की संख्या बढ़ाकर और वायु प्रदूषण के प्रति नागरिकों को जागरूक कर इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। क्योंकि, दून में सीधे नाक के माध्यम से सीधे फेफड़ों तक पहुंचने वाले प्रदूषण कणों (पीएम 2.5) की बात करें तो इसमें वाहनों का योगदान सर्वाधिक है। कार्बन मोनोआक्साइड जैसी घातक गैस की बात की जाए तो इसके उत्सर्जन में भी वाहनों का योगदान सबसे अधिक है।

    दून में वायु प्रदूषण की स्थिति, ईवी से सुधरेगी दशा

    गर्मियों में प्रदूषण के मुख्य कारक

    पीएम-10

    • धूल-मिट्टी, 30 प्रतिशत
    • वाहनों का धुआं, 15 प्रतिशत
    • बायोमास बर्निंग, 10 प्रतिशत
    • कोयला व फ्लाईएश, 10 प्रतिशत
    • अन्य कारक, 35 प्रतिशत
    • पीएम-2.5
    • धूल-मिट्टी, 26 प्रतिशत
    • वाहनों का धुआं, 20 प्रतिशत
    • निर्माण कार्य, 13 प्रतिशत
    • कोयला व फ्लाईएश, 08 प्रतिशत
    • अन्य कारक, 33 प्रतिशत

    इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग स्टेशन l जागरण


    सर्दियों में प्रदूषण के मुख्य कारक

    पीएम-10

    • धूल-मिट्टी, 23 प्रतिशत
    • वाहनों का धुआं, 16 प्रतिशत
    • अकार्बनिक एरोसोल, 12 प्रतिशत
    • बायोमास बर्निंग, 10 प्रतिशत
    • कोयला व फ्लाईएश, 10 प्रतिशत
    • अन्य कारक, 29 प्रतिशत

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    पीएम-2.5

    • वाहनों का धुआं, 19 प्रतिशत
    • धूल एवं मिट्टी, 17 प्रतिशत
    • अकार्बनिक एरोसोल, 14 प्रतिशत
    • बायोमास बर्निंग, 10 प्रतिशत
    • कोयला व फ्लाईएश, 10 प्रतिशत
    • अन्य कारक, 30 प्रतिशत

    हर रोज दून में निकल रही नौ लाख किलो से अधिक कार्बन मोनो आक्साइड

    कारक
    पीएम-10
    पीएम 2.5
    नाइट्रोजन आक्साइड
    कार्बन मोनोआक्साइड
    धूल-मिट्टी 15482 3534 00 00
    निर्माण कार्य 2631 605 00 00
    वाहन 2033 1830 12923 37789
    फारेस्ट फायर 5327 4518 112 51876
    अन्य मिलाकर कुल उत्सर्जन 28008 12659 22269 102425

    (उत्सर्जित कारक किलोग्राम प्रति दिन में हैं।)