अगले साल खुल जाएगा दून शहर का ''चोक गला'', तीन नंबर से शुरू होगी शिफ्टिंग
देहरादून शहर के सहारनपुर रोड, मातावाला बाग और आढ़त बाजार में जाम की समस्या अगले साल तक दूर हो जाएगी। एमडीडीए 3 नवंबर से आढ़त बाजार की शिफ्टिंग शुरू करेगा, जिससे सड़क चौड़ीकरण होगा। भंडारीबाग आरओबी का काम भी जल्द पूरा होगा। आढ़त बाजार शिफ्टिंग के लिए 126 करोड़ रुपये का मुआवजा बांटा जा रहा है और नया आढ़त बाजार 10 हेक्टेयर भूमि पर बन रहा है।

-तीन नंबर से आढ़त बाजार की शिफ्टिंग और सड़क चौड़ीकरण का कार्य होगा शुरू
-भंडारीबाग-चंदरनगर-रेसकोर्स आरओबी का निर्माण भी अगले 11 माह में हो जाएगा पूरा
अंकुर अग्रवाल, जागरण देहरादून। दून शहर के सबसे व्यस्ततम और यातायात दबाव के लिहाज से पूरे दिन जाम से पैक रहने वाले सहारनपुर रोड, मातावाला बाग और आढ़त बाजार का ''''चोक गला'''' अगले साल तक खुल जाएगा। एमडीडीए ने तीन नवंबर से आढ़त बाजार की शिफ्टिंग का जो निर्णय लिया है, उसके बाद अगले छह माह में शिफ्टिंग के साथ ही पुराने आढ़त बाजार में सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा होने की उम्मीद है।
यही नहीं, इसके साथ ही अगली दीपावली तक भंडारीबाग रेलवे ओवरब्रिज का काम भी पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद शहर की सबसे व्यस्ततम सड़क मातावाला बाग-सहाानपुर चौक-आढ़त बाजार-रेलवे स्टेशन-प्रिंस चौक-तहसील चौक पर यातायात का दबाव आधा रह जाएगा। इसके साथ ही सुबह से रात तक इस मार्ग पर लगने वाले जाम से भी आमजन को निजात मिल जाएगी।
राज्य सरकार की अतिमहत्वकांक्षी परियोजना आढ़त बाजार शिफ्टिंग और भंडारीबाग आरओबी का काम पूरा होने के बाद हरिद्वार बाईपास, कारगी रोड और इससे जुड़े क्षेत्र के लोगों को प्रिंस चौक, हरिद्वार रोड या राजपुर रोड की तरफ जाने के लिए सहारनपुर रोड होते हुए नहीं जाना पड़ेगा। आरओबी के जरिये सीधे रेसकोर्स और फिर प्रिंस चौक या हरिद्वार रोड की तरफ निकला जा सकेगा।
आरओबी का काम गतिमान है जबकि शहर के सबसे बड़े बाटलनेक आढ़त बाजार की शिफ्टिंग की तैयारी अब अंतिम चरण में है। दरअसल, आढ़त बाजार में शिफ्टिंग व सड़क चौड़ीकरण का कार्य इसलिए अब तक शुरू नहीं हो पाया था, क्योंकि आढ़तियों को मुआवजा नहीं बंट पाया था। गांधी रोड पर आढ़त बाजार के साथ ही तहसील चौक के बीच कुल 430 भू-स्वामी/किराएदार ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जो आढ़त बाजार शिफ्टिंग और सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे हैं। इनमें से 350 ने परियोजना के तहत मुआवजे या नए स्थल पर प्लाट या दोनों विकल्प ही चुने हैं।
वहीं, 80 प्रकरण ऐसे हैं, जिनमें सिर्फ मुआवजे का विकल्प अपनाया है। सभी को मिलाकर यहां कुल 126 करोड़ रुपए के मुआवजे का वितरण होना है। अब शिफ्टिंग व मुआवजा वितरण की तिथि तीन नवंबर तय होने के बाद साफ हो गया है कि छह माह के भीतर एक परियोजना आढ़त बाजार शिफ्टिंग का काम पूरा हो जाएगा।
इस मामले में गुरुवार को हुई बैठक में प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया, संयुक्त सचिव गौरव चटवाल, वित्त नियंत्रक संजीव कुमार, अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार, अवर अभियंता सुनील उपरेती, लोनिवि के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार, सहायक अभियंता मुस्ताक आलम, पुलिस क्षेत्राधिकारी जगदीश चंद्र पंत तथा आढ़त बाजार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र गोयल, सचिव विनोद गोयल आदि उपस्थित रहे।
10 हेक्टेयर भूमि पर बन रहा नया आढ़त बाजार
नए आढ़त बाजार का निर्माण करीब 10 हेक्टेयर भूमि पर किया जा रहा है। इसका 85 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है। यहां पांच मंजिला मल्टीस्टोरी कार पार्किंग और ओवरहेड टैंक का ढांचा बनकर तैयार हो गया है। इसके अलावा हरिद्वार बाईपास रोड से आढ़त बाजार के लिए आवागमन करने के लिए दो मार्ग समानांतर रूप से बनाए जा रहे हैं। जो बिंदाल नदी के किनारों से होकर नए आढ़त बाजार तक पहुंचेंगे। नदी पार करने के लिए पुल का निर्माण भी जल्द पूरा हो जाएगा। नए बाजार की मुख्य सड़कें भी आकार ले चुकी हैं। सीवर लाइन और ड्रेनेज के लिए लाइन डाली जा चुकी हैं और निर्धारित दूरी पर चैंबर भी बनाए जा चुके हैं।
24 मीटर चौड़ी होगी 1.55 किलोमीटर सड़क
गांधी रोड से आढ़त बाजार की शिफ्टिंग के बाद सड़क को 24 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए मुआवजा वितरण में विलंब होने के चलते लोनिवि प्रांतीय खंड को डीपीआर में संशोधन भी करना पड़ा है। लोनिवि पूर्व में डीपीआर तैयार कर चुका था, जिसे अब नई दरों पर संशोधित किया गया है।
नए स्थल पर 35 हजार की दर पर प्लाट
एमडीडीए उपाध्यक्ष तिवारी के अनुसार आढ़त बाजार में सड़क चौड़ीकरण की जद में आने वाले प्रतिष्ठानों की संपत्ति की रजिस्ट्री लोनिवि के पक्ष में कराई जाएगी। इसके लिए सक्षम अधिकारी नामित कर दिए गए हैं, ताकि पुराने स्थल को सड़क चौड़ीकरण के लिहाज से जल्द खाली किया जा सके। आढ़त बाजार शिफ्टिंग परियोजना में प्रभावित होने वाले कारोबारियों और अन्य व्यक्तियों को अतिरिक्त राहत दी गई है। नए स्थल पर प्लाट का आवंटन मुआवजे के मुकाबले काफी कम दर पर किया जाएगा। यह दर करीब 35 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर तय की गई है।
नए आढ़त बाजार में चार प्रकार के प्लाट
नए आढ़त बाजार स्थल में 60, 120, 180 व 240 वर्गमीटर के प्लाट तैयार किए जाएंगे। इसी के मुताबिक मुआवजे की गणना की जाएगी। उदाहरण के लिए यदि किसी कारोबारी का आढ़त बाजार में 120 वर्गमीटर की जगह थी और वह नए स्थल पर 60 वर्गमीटर की जगह चाह रहा है तो उसे शेष आकार के हिसाब से मुआवजा देने का प्रविधान किया गया है। इसी तरह आकार में कमी व अधिकता के हिसाब से गणना की गई। शहर के अन्य क्षेत्रों के आढ़ती भी नए बाजार में स्थल आवंटित करा सकते हैं। इसके लिए शिफ्टिंग के साथ प्लाट खरीद दोनों विकल्प उपलब्ध हैं।
इन दरों पर व्यापारियों को मिलेगा मुआवजा
- श्रेणी, दर (वर्गमीटर)
- ओपन एरिया (आवासीय), 50 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
- ओपन एरिया (कमर्शियल), 55 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
- कमर्शियल भूमि दर, 55 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
- कमर्शियल (निर्माण सहित), 77 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
- आवासीय भूमि दर, 50 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
- आवासीय (निर्माण सहित), 12 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
सड़क की चौड़ाई 15 मीटर तो अतिरिक्त मिलेगा मुआवजा
आढ़त बाजार शिफ्टिंग की परियोजना में यह व्यवस्था भी की गई है कि यदि संपत्ति 15 मीटर चौड़ी सड़क पर स्थित है तो उस स्थिति में 15 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा।
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