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    Uttarakhand News: औषधि निरीक्षकों की तैनाती नकली दवाओं पर लगेगी रोक, खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की होगी जांच

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 08:11 AM (IST)

    स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने एफडीए मुख्यालय का निरीक्षण किया और विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने दवा और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच को प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाने की बात कही। मोबाइल वैन की संख्या बढ़ाने और नई प्रयोगशाला में आधुनिक उपकरण लगाने की बात कही गई। ड्रग फ्री उत्तराखंड-2025 के लक्ष्य को लेकर विभाग प्रतिबद्ध है।

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    औषधि निरीक्षकों की तैनाती से नकली दवाओं पर लगेगी रोक।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। स्वास्थ्य सचिव एवं एफडीए आयुक्त डा. आर. राजेश कुमार ने मंगलवार को एफडीए मुख्यालय का औचक निरीक्षण कर विभागीय गतिविधियों और कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह विभाग के लिए निर्णायक होंगे।

    इस दौरान अंतरराज्यीय समन्वय को मजबूत किया जाएगा और औषधि वितरण नेटवर्क की पूरी जांच कर उसका डेटा तैयार किया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि विभाग ने दवा और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच को और प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। वर्तमान में विभाग के पास तीन मोबाइल वैन हैं, जिनके माध्यम से सभी स्थानों पर सैंपल लिए जा रहे हैं।

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    मोबाइल वैन की संख्या बढ़ाकर जल्द ही 13 कर दी जाएगी, जिससे हर क्षेत्र में सैंपल जांच संभव होगी। इसके साथ ही, देहरादून में नई लैब में आधुनिक उपकरण लगने से दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच तेज और पूरी तरह पारदर्शी होगी।

    प्रवर्तन और कार्रवाई की समीक्षा

    आयुक्त के अनुसार क्विक रिस्पान्स टीम के गठन के बाद अब तक 450 से अधिक मेडिकल स्टोर और 65 मैनुफैक्चरिंग यूनिट पर छापेमारी की जा चुकी है। नेपाल बार्डर वाले इलाकों में सर्विलांस बढ़ाने और नकली दवाओं व नारकोटिक्स पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

    भविष्य की योजना

    डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि 18 नए औषधि निरीक्षकों की तैनाती से फील्ड कार्यों में तेजी आएगी। अभिलेखों की एकरूपता, न्यायालयों में प्रभावी पैरवी और बार-बार अपराध करने वालों की ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अंतरराज्यीय समन्वय और डिजिटल डेटाबेस के जरिए दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई संभव होगी।

    उन्होंने कहा कि ड्रग फ्री उत्तराखंड-2025 केवल नारा नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर चल रहा ठोस अभियान है, जिसका लक्ष्य सुरक्षित, स्वस्थ और नशामुक्त समाज का निर्माण करना है। विभाग युद्धस्तर पर इस मिशन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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