मेरठ, जालंधर, बंगाल... गंगा के टापू पर फंसे सात श्रद्धालु, पुलिस ने ऐसे बचाई जान
हरिद्वार में गंगा नदी के बीच टापू पर सात श्रद्धालु फंस गए। ये श्रद्धालु जालंधर, मेरठ और बंगाल से आये थे। अंधेरा होने और जलस्तर बढ़ने से उनकी जान खतरे में पड़ गई। जल पुलिस के गोताखोरों ने तत्परता दिखाते हुए एक घंटे के बचाव अभियान में सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर स्नान करने की सलाह दी है।

मेरठ, जालंधर, बंगाल... गंगा के टापू पर फंसे सात श्रद्धालु, पुलिस ने ऐसे बचाई जान। (तस्वीर- फाइल)
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। गंगा के दूसरे छोर का नजारा लेने पहुंचे सात श्रद्धालु गंगा नदी के बीचों-बीच टापू पर फंस गए। अंधेरा होने और जलस्तर बढ़ने से उनकी सांसें अटक गई। जल पुलिस के गोताखोरों ने करीब एक घंटे तक चले अभियान के बाद सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया।
पुलिस के मुताबिक, जालंधर, मेरठ और बंगाल से आए सात श्रद्धालु स्नान के लिए गंगा तट पर पहुंचे थे। स्नान के दौरान सभी गंगा के बीच बने टापू तक चले गए। इसी बीच ऊपरी गंगा नहर से पानी छोड़े जाने के कारण धारा अचानक तेज हो गई और श्रद्धालु वहां फंस गए। जल पुलिस के गोताखोर जानू पाल, अमित पुरोहित, विक्रांत और सनी कुमार ने बोट की मदद से श्रद्धालुओं तक पहुंच बनाई। उन्हें रस्सियों के सहारे बोट पर बैठाया और सुरक्षित किनारे तक लाया गया।
टापू में फंसे पंजाब के राहुल, अरुण, अमित कुमार, राहुल कुमार, मेरठ के अभिषेक व लकी, बंगाल के शुभम चटर्जी और पश्चिम कोलकाता के सौमिक मुखर्जी ने सुरक्षित निकालने पर पुलिस का आभार जताया।
सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि जल पुलिस की मुस्तैदी और गोताखोरों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। श्रद्धालुओं को नदी के बहाव से दूर रहने और निर्धारित स्नान क्षेत्र में ही स्नान करने की सलाह दी गई है।
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