Rishikesh में राफ्टिंग शुरू करने की तारीख पर बड़ा अपडेट, चौबीस जून को लगाई थी रोक
ऋषिकेश में गंगा नदी में राफ्टिंग पर रोक लगी हुई है। जल स्तर बढ़ने के कारण राफ्टिंग शुरू करने की तारीख तय नहीं हो पा रही है। जल स्तर 337.50 मीटर होने पर तकनीकी समिति निरीक्षण करेगी। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए फटी जैकेट देने पर जुर्माना लगेगा। मानसून के कारण राफ्टिंग पर रोक है जो सितंबर में फिर शुरू हो सकती है।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। गंगा का जल स्तर बढ़े होने के कारण राफ्टिंग शुरू करने की तिथि पर फैसला नहीं हो पाया। जल स्तर 337.50 मीटर पर आने के बाद तकनीकी समिति निरीक्षण करेगी। वर्तमान में गंगा का जल स्तर 338.16 मीटर है। चौबीस जून को गंगा में राफ्टिंग गतिविधियों पर रोक लगाई गई थी।
गंगा में राफ्टिंग गतिविधियों की निगरानी गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति करती है। राफ्टिंग सीजन आमतौर पर तीस जून तक चलता है। उसके बाद जुलाई, अगस्त में राफ्टिंग पूरी तरह बंद कर दी जाती है। सितंबर में राफ्टिंग फिर से शुरू होती है। राफ्टिंग कब शुरू कराई जाए यह गंगा के जल स्तर पर निर्भर करता है।
समिति की बैठक में बताया गया कि वर्तमान में गंगा का जल स्तर 338.16 मीटर है। तय किया गया कि जल स्तर 337.50 मीटर पर आने पर तकनीकी समिति निरीक्षण करेगी। समिति में आईटीबीपी, वन विभाग, पर्यटन विभाग आदि के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। उसके बाद दोबारा राफ्टिंग शुरू कराने की तारीख तय की जाएगी।
गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति के सचिव व जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी टिहरी जसपाल चौहान ने बताया कि गंगा का जल स्तर अभी बढ़ा है। हालांकि, यह खतरे के निशान 340.50 और चेतावनी निशान 339.50 मीटर से नीचे है। राफ्टिंग शुरू कराने के लिए जल स्तर इससे कम होना चाहिए। तय सीमा से नीचे जल स्तर आने के बाद दोबारा राफ्टिंग शुरू कराई जाएगी। बीस सितंबर के आसपास राफ्टिंग शुरू हो सकती है। पिछले साल 23 सितंबर से राफ्टिंग शुरू हुई थी।
फटी जैकेट-टूटा हेलमेट दिया तो कंपनी पर जुर्माना
राफ्टिंग के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर अब सख्ती की जाएगी। जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी ने बताया कि अगर किसी राफ्ट में पर्यटकों को फटी हुई लाइफ जैकेट, टूटा हुआ हेलमेट दिया जाता है तो राफ्टिंग कंपनी पर दो हजार रुपये का जुर्माना लेगा। एक राफ्ट में आठ पर्यटक एक बार में राफ्टिंग करते हैं।
हर पर्यटक को मानक के अनुसार लाइफ जैकेट और हेलमेट देना होगा। हर पर्यटक समिति को राफ्टिंग कंपनियों की ओर से दिया जाने वाला बीस रुपये का शुल्क बढ़ाकर चालीस रुपये करने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा गया। जिस पर राफ्टिंग कंपनियों ने इस पर आपस में चर्चा करने की बात कही। राफ्टिंग क्षेत्रों में सफाई का जिम्मा इस बार भी नगर पंचायत तपोवन के पास रहेगा। बैठक में रेंजर विवेक जोशी, नगर पंचायत तपोवन की ईओ अंजली रावत आदि मौजूद रहे।
राफ्टिंग क्षेत्र खारास्रोत तक दूरी
- ब्रह्मपुरी 6 किलोमीटर
- गोल्फ कोर्स 8 किलोमीटर
- शिवपुरी 18 किलोमीटर
- मरीन ड्राइव 24 किलोमीटर
राफ्टिंग के लिए बनी है नियमावली
उत्तराखंड रिवर राफ्टिंग एवं कयाकिंग नियमावली-2014 के तहत मानसून में राफ्टिंग गतिविधियों पर रोक लगा दी जाती है। आमतौर पर मौसम साफ रहता है तो तीस जून तक राफ्टिंग होती है। कुछ साल से मानसून में बारिश का पैटर्न बदला है। सितंबर के शुरूआती सप्ताह तक भी बारिश होती है। इसलिए आमतौर पर पंद्रह सितंबर के बाद राफ्टिंग फिर शुरू की जाती है। गंगा में 576 राफ्टों के संचालन की अनुमति है। वर्तमान में 263 राफ्टिंग कंपनियां काम कर रही हैं।
किस माह कितने पर्यटक आए
- माह - पर्यटक
- सितंबर - 5947
- अक्टूबर - 19075
- नवंबर - 13361
- दिसंबर - 9891
- जनवरी - 6823
- फरवरी - 15760
- मार्च - 48806
- अप्रैल - 64321
- मई - 47576
- जून - 32819
नोट- आंकड़े गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति के अनुसार। इस सीजन में 23 सितंबर से राफ्टिंग शुरू हुई थी और 23 जून तक राफ्टिंग चली।
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