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    कॉलेजों की अखिल भारतीय रैंकिंग जारी, टॉप शीर्ष 100 संस्थानों में उत्तराखंड के चार संस्थान

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 02:49 PM (IST)

    अखिल भारतीय रैंकिंग में उत्तराखंड के चार संस्थानों ने शीर्ष 100 में स्थान पाया है। आइआइटी-रुड़की को 7वां यूपीईएस-देहरादून को 64वां ग्राफिक एरा-देहरादून को 72वां और एम्स-ऋषिकेश को 78वां स्थान मिला है। यह रैंकिंग देश के कॉलेजों की गुणवत्ता और प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है। नवीनतम अपडेट और ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जागरण के साथ बने रहें।

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    देश के शीर्ष 100 संस्थानों में उत्तराखंड के चार संस्थानों ने बनाई जगह. Concept Photo

    जासं, देहरादून। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) 2025 में उत्तराखंड के कुछ संस्थानों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन सरकारी विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन अपेक्षित नहीं रहा। देश के शीर्ष 100 उच्च शिक्षा संस्थानों की सूची में उत्तराखंड से चार संस्थानों ने जगह बनाई है। इनमें आइआइटी रुड़की सातवें स्थान पर रहा, जबकि यूपीईएस यूनिवर्सिटी को 64वां, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी को 72वां और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश को 78वां स्थान मिला।

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    विश्वविद्यालय श्रेणी में दो निजी विवि यूपीईएस को 45वीं और ग्राफिक एरा को 48वीं रैंक मिली है। इस रैंकिंग में उत्तराखंड से कोई भी सरकारी विवि शामिल नहीं हो सका है। इन दो निजी विवि ने राज्य की साख बचाई।आइआइटी रुड़की ने आर्किटेक्चर एवं प्लानिंग श्रेणी में देशभर में पहला स्थान हासिल कर उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है।

    आइआइटी रुड़की और यूपीईएस ने छह-छह और ग्राफिक एरा ने चार श्रेणियों में रैंकिंग में स्थान बनाया। टाप 100 कालेज श्रेणी में राज्य का कोई भी उच्च शिक्षा संस्थान शामिल नहीं है। यह स्थिति तब है जब राज्य में 119 सरकारी महाविद्यालय सहित कुल 384 उच्च शिक्षा संस्थान संचालित हो रहे हैं।राज्य विश्वविद्यालयों में जीबी पंत कृषि विवि, पंतनगर टाप 50 राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में जगह बना पाया, उसे 44वां स्थान मिला है।

    राज्य में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि, दून विवि, वीर माधो सिंह भंडारी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू), सोबन सिंह जीना विवि और एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विवि जैसे बड़े संस्थान है लेकिन यह राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ गए हैं। शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी विवि व कालेजों को गुणवत्तापरक शोध, इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगारपरक शिक्षा पर ध्यान देना होगा, तभी वे निजी संस्थानों की तरह राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।

    • देश के टाप 50 रिसर्च इंस्टीट्यूटों में यूपीईएस 45वें स्थान पर है।
    • टाप दस नवाचार संस्थानों में आठवें स्थान पर है आइआइटी रुड़की
    • 100 इंजीनियरिंग संस्थानों में आइआइटी रुड़की छठे, यूपीईएस 43वें व ग्राफिक एरा 52वें स्थान पर रहा।
    • 100 मैनेजमेंट संस्थानों में आइआइटी रुड़की 22वें, आइआइएम काशीपुर 23वें, यूपीईएस 36वें एवं ग्राफिक एरा 52वें स्थान पर है।
    • 100 फार्मेसी संस्थानों में कुमाऊं विवि 73वें, उत्तरांचल विवि 75वें एवं डीआइटी 84वें स्थान पर है।
    • टाप 40 विधि संस्थानों में यूपीईएस 18वें स्थान है।
    • राज्य विवि की टाप 50 की लिस्ट में जीबी पंत विवि 44वें स्थान पर रहा।

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