यूपी के शेरखान गैंग के बारे में जानते हैं? आपके घर और जमीन पर इनकी नजर; उत्तराखंड में पकड़े गए तो खुला राज
UP Sherkhan Gang मेरठ के कुख्यात शेरखान गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार एनआरआइ महिला की कोठी के फर्जी दस्तावेज बनाकरं उस पर कब्जा करने के प्रयास में थे। शहर में खाली मकानों और जमीनों पर कब्जा करने का धंधा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कई मुकदमे दर्ज गिरोह के सरगना शेरखान की तलाश जारी। इस गिरोह में 10 से 12 लोग हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून। UP Sherkhan Gang: यूपी के शेरखान गैंग ने उत्तराखंड में कोठी के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे बेचने का प्लान बनाया। जानकारी के मुताबिक राजपुर थाने के किशनपुर स्थित एनआरआइ महिला की कोठी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले शेरखान गैंग के चार सदस्यों को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
गिरोह के कुछ सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। गिरोह के सदस्य शहर में बंद मकान व खाली पड़ी जमीन के बारे में जानकारी जुटाने के बाद उसके फर्जी दस्तावेज बनाते हैं और इसके बाद उसे बेच देते हैं। गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में कई मुकदमे दर्ज हैं।
राजपुर थाने में दिया प्रार्थना पत्र
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि 21 नवंबर को किशनपुर, राजपुर रोड निवासी सुमन देवी ने राजपुर थाने में प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि उनकी सहेली रितु मेहता कैलिफोर्निया में रहती हैं। किशनपुर स्थित उनके बंगले व जमीन की देखरेख के लिए उन्हें जिम्मेदारी दी गई है।
शेरखान व उसके कुछ साथी रितु मेहता के बंगले व जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उस पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। इस मामले में राजपुर थाने में आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच थानाध्यक्ष पीडी भट्ट को सौंपी गई।
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नेहरू कालोनी से चार आरोपित गिरफ्तार
जांच अधिकारी ने रजिस्ट्री कार्यालय देहरादून, राजस्व विभाग व विभिन्न बैंकों से विवेचना से संबंधित दस्तावेज प्राप्त किए। दस्तावेज व साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार को विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ निवासी अपर राजीव नगर, विनोद कुमार उर्फ केडी निवासी ऋषि नगर सहस्रधारा रोड, मुकेश चौहान निवासी अजबपुर कलां दीपनगर और प्रमोद गिरी निवासी दीप नगर नेहरू कालोनी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह में 10 से 12 लोग
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि जमीनों पर कब्जा करने के लिए उन्होंने एक गिरोह बना रखा है। गिरोह में 10 से 12 लोग हैं। उनका सरगना सहारनपुर निवासी शेरखान है। वह शहर में खाली जमीन व मकान की रेकी कर उसके संबंध में जानकारी जुटाता है। जमीन व मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार वह जमीन व मकान पर कब्जा करते हैं।
एनआरआइ की कोठी उन्होंने सहारनपुर के एक व्यक्ति को 20 करोड़ रुपये में बेच दी थी। गिरोह की ओर से शहर में कई जमीनें व मकानों पर इसी तरीके से कब्जा करने की बात भी सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है। आरोपित विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ व शेरखान के विरुद्ध उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कई मुकदमे दर्ज हैं। सभी आरोपितों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।

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