PM Modi ने राहत व बचाव दलों का बढ़ाया हौसला, बोले- 'खुद की जान दांव पर लगाकर लोगों को बचाया'
उत्तराखंड में आई आपदा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राहत और बचाव कार्यों में लगे दलों के जज्बे की सराहना की। उन्होंने एनडीआरएफ एसडीआरएफ और आईटीबीपी के जवानों से बात कर चुनौतियों की जानकारी ली। जवानों ने बताया कि खराब मौसम और भूस्खलन के बीच लोगों को बचाना मुश्किल था। मोदी ने कहा कि इन दलों का साहस और सेवा भावना हमेशा याद रखी जाएगी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून । उत्तराखंड आपदा के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धराली, थराली, पौड़ी और बागेश्वर के कपकोट अपदाग्रस्त क्षेत्रों में तत्काल राहत एवं बचाव के कार्य प्रारंभ करने वाले राहत एवं बचाव दलों के जज्बे को सलाम किया। उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी, आपदा मित्र, महिला दमकल कर्मियों आदि से संवाद करते हुए उनके साहस और निस्वार्थ सेवा की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने दलों से आपदा के दौरान सामने आई कठिन चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। आइटीबीपी-12 बटालियलन के जवान नितेश भंडारी, संदीप, मनोज एवं सुनील कुमार ने प्रधानमंत्री को बताया कि तेज बारिश, लगातार भूस्खलन और उफनते गदेरे के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना बेहद जोखिम भरा रहा।
गांव में बिजली आपूर्ति बाधित थी। लगातार कई बार खुद की जान दांव पर लगाकर ग्रामीणों को बचाया गया। बीआरओ के कर्मी रविंद्र कुमार ने बताया कि आपदा ग्रस्त क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कों को तैयार करना बड़ी चुनौती था, लेकिन रातदिन एक कर सड़कों को खोलने में सफलता प्राप्त की।
मोदी ने कहा कि आप सभी ने विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस दिखाकर देश की सेवा की है। यह कार्य केवल कर्तव्य नहीं बल्कि मानवता के प्रति सर्वोच्च समर्पण है। उन्होंने कहा कि आपकी वीरता और सेवा भावना हमेशा याद रखी जाएगी।
आपदा से टूटे परिवारों के बीच इन राहत दलों का संबल ही सबसे बड़ा सहारा बना। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी संकट आता है, हमारे जवान और स्वयंसेवक सबसे पहले मोर्चे पर खड़े नजर आते हैं। यही भावना भारत की असली ताकत है।
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