Uttarakhand News: खत पशगांव में आज से शुरू होगा पांच दिवसीय दीपावली उत्सव, स्थानीय लोगों में भारी उत्साह
उत्तराखंड के खत पशगांव में आज से पांच दिवसीय दीपावली उत्सव का आरंभ हो रहा है। इस उत्सव को लेकर स्थानीय लोगों में बहुत उत्साह है और वे इसे मनाने के लिए उत्सुक हैं। यह उत्सव क्षेत्र में खुशियाँ लेकर आएगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में बूढ़ी दीपावली मनाने की परंपरा रही है, जो मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद मनाई जाती है। लेकिन खत पशगांव में सोमवार से पांच दिवसीय दीपावली मनाई जाएगी। हालांकि इस दौरान आतिशबाजी नहीं की जाती। बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर भीमल की लकड़ी की मशाल बनाकर दीपावली का जश्न मनाया जाता है, जो पांच दिन तक चलता है।
देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में वैसे तो पांच दिवसीय बूढ़ी दीपावली मनाई जाती है, लेकिन बदलते समय के साथ कुछ खतों में नई दीपावली मनाने का क्रम भी शुरू हो गया है। खत पशगांव के दसऊ गांव में सोमवार को दीपावली मनाई जाएगी। क्योंकि इस समय छत्रधारी चालदा महासू महाराज दसऊ स्थित मंदिर में विराजमान हैं।
जिस खत पट्टी में महाराज प्रवास करते हैं, उस खत के सभी गांव नई दीपावली मनाते हैं। इसलिए खत पशगांव के 15 गांवों में इस बार दीपावली की धूम दिखाई देगी।
बता दें कि छत्रधारी चालदा महासू महाराज आगामी माह में हिमाचल प्रदेश के पशमी के लिए प्रस्थान करेंगे। इस कारण इस बार ख़त पशगांव के सभी गांव आखिरी बार नई दीपावली मनाएंगे। इसके लिए खत के 15 गांवों के लोग छत्रधारी चालदा महासू महाराज मंदिर दसऊ पहुंचेंगे। सभी ख़तवासी दसऊ गांव में एकत्रित होकर होलीयात पर्व भी मनाएंगे।
खत पशगांव के साथ साथ बावर क्षेत्र में भी नई दीपावली मनाई जाती है। जबकि जौनसार में अधिकांश खतों में एक माह बाद बूढ़ी दीपावली मनाई जाएगी। नई दीपावली मनाने के लिए मैदानी क्षेत्र में रहने वाले लोग भी गांव पहुंच रहे हैं।
छत्रधारी चालदा महासू महाराज मंदिर दसऊ के वजीर व खत पशगांव के स्याणा शूरवीर सिंह चौहान ने बताया कि खत दसऊ (पशगांव) में छोटी दिपावली, बड़ी दीपावली मनाई जाएगी, जिसके लिए समस्त खतवासी दसऊ मंदिर प्रांगण में एकत्रित होकर होलीयात भी मनाएंगे।
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