Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Uttarakhand News: तपोवन क्षेत्र में भू-तापीय ऊर्जा का पता लगाएगा यूजेवीएनएल, प्रस्ताव को बोर्ड ने दी स्वीकृति

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 06:31 AM (IST)

    उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) तपोवन क्षेत्र में भू-तापीय ऊर्जा की संभावनाओं का पता लगाएगा। इस प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। यूजेवीएनएल तपोवन में भू-तापीय ऊर्जा के दोहन की दिशा में काम करेगा। यह कदम उत्तराखंड में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। सीमांत जनपद चमोली के तपोवन क्षेत्र में भू-तापीय ऊर्जा क्षमता का पता लगाने के प्रस्ताव को यूजेवीएन लिमिटेड के निदेशक मंडल ने स्वीकृति दी। यह कदम ऊर्जा के नए स्रोतों की तलाश के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
    निगम की बैठक में विभिन्न परियोजनाओं एवं प्रस्तावों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चमोली का तपोवन क्षेत्र लंबे समय से हिमालयी भू-तापीय स्रोतों के संभावित क्षेत्रों में शामिल रहा है। वर्ष 2010 और 2015 में भी इस क्षेत्र में प्रारंभिक अध्ययन किए गए थे, लेकिन तकनीकी और वित्तीय चुनौतियों के कारण परियोजनाओं को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। अब राज्य सरकार की पहल और केंद्रीय सहयोग के साथ विशेषज्ञ टीम विस्तृत सर्वेक्षण, तापमान मानचित्रण, भू-गर्भीय परीक्षण और तकनीकी मूल्यांकन करेगी।

    उत्तराखंड सरकार ने इस परियोजना को हरित ऊर्जा और सतत विकास के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित करने की बात कही है। सरकार की योजना है कि भू-तापीय ऊर्जा परियोजना से न केवल स्थानीय ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जाए, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और रोजगार सृजन में भी मदद मिले। विशेषज्ञों का मानना है कि तपोवन क्षेत्र में भू-तापीय ऊर्जा के सफल विकास से प्रदेश में ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाया जा सकेगा।

    बैठक में धरासू विद्युत गृह की 76 मेगावाट क्षमता की टरबाइन के विभिन्न कार्यों एवं अतिरिक्त उपकरणों की खरीद को स्वीकृति प्रदान की गई। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2024 के वार्षिक लेखों को भी निदेशक मंडल द्वारा मंजूरी दी गई।

    निगम की 72 मेगावाट क्षमता की त्यूणी–प्लासू जल विद्युत परियोजना के विभिन्न सिविल, हाइड्रो–मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रो–मैकेनिकल कार्यों की अनुमानित लागत के संशोधित प्रस्ताव को भी निदेशक मंडल ने मंजूरी दी।

    बैठक में यूजेवीएन लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024–25 के लिए राज्य सरकार की अंश–पूंजी पर 11.04 करोड़ का लाभांश प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके अतिरिक्त निगम कर्मियों को वित्तीय वर्ष 2023–24 एवं 2024–25 के लिए कार्य निष्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि देने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।

    बैठक में मुख्य सचिव व अध्यक्ष यूजीवीएन लिमिटेड आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव ऊर्जा डा. आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव वित्त दिलीप जावलकर के साथ ही इंदु कुमार पांडेय, बीपी. पांडेय, पराग गुप्ता, प्रबंध निदेशक यूजेवीएन लिमिटेड डा. संदीप सिंघल उपस्थित रहे।