विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार बोले, समाज में छुआछूत की भावना के खिलाफ आज भी लड़ाई की है जरूरत
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि समाज में छुआछूत के खिलाफ लड़ाई आज भी जरूरी है। उन्होंने वनवासी जनजातीय गुरुकुल में नंदा राजजात सम्मेलन में यह बात कही। आलोक कुमार ने तरुण विजय के राम मंदिर आंदोलन में योगदान को सराहा। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में समरसता पर जोर दिया। कार्यक्रम में बसंती बिष्ट ने नंदा जागर गाया।

वनवासी जनजातीय गुरुकुल झाझरा में आयोजित नंदा राजजात सम्मेलन में बोलते विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार।
जागरण संवाददाता, देहरादून: अयोध्या आंदोलन एवं राम मंदिर निर्माण के अग्रणी संगठन विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि समाज में छुआछूत की भावना के खिलाफ आज भी लड़ाई की जरूरत है।
भगवान ने सभी को मनुष्य बनाया है, ऊंच-नीचे की खाई यदि पैदा की है तो समाज व मनुष्य ने की है। तत्व ज्ञान वाले फेस में कोई छोटा-बड़ा या ऊंच-नीच नहीं है। सभी मनुष्य समान हैं।
यह बात उन्होंने वनवासी जनजातीय गुरुकुल झाझरा में नंदा राजजात सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में हिंदू जागरण अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सभा सदस्य तरुण विजय ने राम मंदिर की लड़ाई कलम से लड़ी। वह पंचजन्य के संपादक के रूप में हमारी लड़ाई को समाज के सामने लाने का काम किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में कुछ नया करने का प्रण लिया है। इसके लिए पांच बिंदु निर्धारित किए है। उनमें समसरता भी एक मुख्य बिंदु है।
कार्यक्रम में पद्मश्री बसंती बिष्ट ने नंदा जागर का गायन किया। विवेकानंद हेल्थ मिशन के डा. अनुज सिंघल को मां नंदा देवी सेवा सम्मान प्रदान किया गया।
इस दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, टपकेश्वर महादेव मंदिर के महंत कृष्ण गिरि, बालाजी धाम के महंत सियाराम दास , साध्वी रेणुका, समाजसेवी राकेश ओबेराय, विश्व हिंदू परिषद उत्तराखंड के संगठन मंत्री अजय, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया, सम्मेलन संयोजक पूर्व राज्य सभा सदस्य तरुण विजय आदि मौजूद रहे।

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