Weather Update: तेजी से बदल रहा है उत्तराखंड में मौसम का मिजाज, सेहत का भी रखें ख्याल
बदलते मौसम के कारण गला दर्द, छींकें और नाक बहने की समस्या बढ़ रही है। डॉक्टर वायरल संबंधी मरीजों की संख्या में वृद्धि बता रहे हैं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। सुपाच्य भोजन का सेवन करें और बाहर का खाना खाने से बचें। तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं और खूब पानी पिएं। बदलते मौसम में स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में मौसम बदल रहा है। सुबह शाम की ठंड से तापमान गिर रहा है। गिरते तापमान के बीच इस इस मौसम में सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी बारिश की संभावनाएं नहीं हैं और आने वाले दिनों में रात का तापमान और कम हो सकता है।
जिला चिकित्सालय में भी गला दर्द, इंफेक्शन, छींके, नाक बहना और बंद होने के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे मौसम में स्वस्थ रहने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है। चिकित्सक जहां ऐसे मौसम में स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना बता रहे हैं। वहीं डायटीशियन भी इस मौसम में बेहतर इम्यूनिटी के लिए खानपान का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।
इन दिनों बदलते तापमान से गला दर्द, छींके, नाक बहना से परेशान लोग
जिला चिकित्सालय के फिजीशियन डा. प्रवीण पंवार का कहना है कि अस्पताल में भी इन दिनों अधिक संख्या में वायरल संबंधी लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे मरीजों की संख्या में इन दिनों 10 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो गई। तापमान में बदलाव वायरस के विभिन्न समूहों को पनपने के लिए उपयुक्त स्थिति प्रदान करता है जो संक्रामक रोग फैलाते हैं। इससे कुछ निश्चित समय के लिए एलर्जी उत्पन्न करने वाले तत्व भी पैदा होते हैं।
बच्चों के अलावा बुजुर्ग व कम इम्यूनिटी वालों को ज्यादा कर रहा प्रभावित
चूंकि आजकल तापमान घट-बढ़ रहा है। धूप में तो तापमान बढ़ रहा है और एकदम से वर्षा अथवा शाम को अधिक गिर जा रहा है। इस मौसम में बच्चों के साथ ही बुजुर्गों को इससे बचना जरूरी है। क्योंकि मौसम में पाचन, त्वचा, सांस संबंधी बीमारियां पनपती हैं। जिससे गला दर्द, लगातार छींके आना, नाक बहना, खुजली होने से आमजन की इम्यूनिटी कमजोर हो रही है। वहीं डायटीशियन दीपशिखा गर्ग के अनुसार, खान-पान को लेकर सचेत रहने से ही स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। सुपाच्य भोजन नहीं करने से कई तरह की शिकायतें बढ़ जाती है। इसलिए कहीं भी कभी भी कुछ भी खाने से बचें।
चिकित्सक की सलाह
- इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों के सामने आ रही सांस इंफेक्शन की समस्या से बचना चाहिए।
- कम इम्यूनिटी वालों के अलावा श्वास व शुगर के मरीज की परेशानी में ध्यान दें व गुनगुना पानी पिएं।
- बच्चों को ठंडे पानी से ना नहलाएं, खुले बदल में सुलाने से बचाएं।
- यदि वायरल संबंधी समस्या है तो चिकित्सक के परामर्श के बाद ही दवा लें।
- बाहर खाने से परहेज के साथ गंदगी वाले रास्तों से गुजरने से बचें
- अंदर एसी में बैठे हैं और बाहर तेज धूप हैं तो एकदम बाहर निकलने से बचें।
डायटीशियन की सलाह
- इस मौसम में आसानी से जल्दी पचने वाला ताजा और गर्म भोजन लिया जा सकता है
- आहार में अधिक से अधिक तरल पदार्थ शामिल करें। दिन में खूब पानी पिएं। जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है।
- तला भुना खाना से बचे। इसमें फैट काफी ज्यादा होता है जो ब्लड प्रेशन व कोलेस्ट्रेाल बढ़ाता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दूध में हल्दी, आंवला व संतरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इस मौसम में शीतल पेय के साथ ही दही ज्यादा मात्रा में खाने से खांसी को बढ़ा सकती है।
- बासी भोजन करने से बचें, फलों को काटने के बाद ज्यादा देर तक न रखें, इसे खाने से सेहत बिगड़ सकती है।
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