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    International Migrants Day 2021: ब्रिटेन में सीए राज का मन रमता है पहाड़ों में, विकास के लिए देते हैं हर साल 22 लाख रुपये दान

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Sat, 18 Dec 2021 05:56 PM (IST)

    जिले में संसाधनों की कमी से आगे बढऩे से वंचित प्रतिभाओं को मदद कर नई राह दिखा रहे हैं। 15 से अधिक शिक्षण संस्थानों के माध्यम से वे बच्चों के भविष्य को संवार रहे हैं। प्राचीन धरोहरों एवं सांस्कृतिक तथा धार्मिक परंपरा के संरक्षण में भी उनका सहयोग है।

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    कराटे में जौहर दिखाने वाली तीन बालिकाओं की पढ़ाई का समूचा खर्च भी वे उठा रहे हैं।

    जागरण संवाददाता, चम्पावत : सात समंदर पार इंग्लैंड में नामी कंपनी में चार्टड एकाउंटेंट (सीए) राज भट्ट आज भी अपनी जड़ों से गहरे जुड़े हैं। गांव की माटी का प्यार उन्हें अनायास खींच लाता है। वे न केवल अपने गृह क्षेत्र खेतीखान में अपितु पूरे जिले में संसाधनों की कमी से आगे बढऩे से वंचित प्रतिभाओं को मदद कर नई राह दिखा रहे हैं। 15 से अधिक शिक्षण संस्थानों के माध्यम से वे बच्चों के भविष्य को संवार रहे हैं। प्राचीन धरोहरों एवं सांस्कृतिक तथा धार्मिक परंपरा के संरक्षण में भी उनका लगातार सहयोग मिल रहा है। राज भट्ट इन तमाम सामाजिक कार्यों में प्रतिवर्ष 22 लाख रुपये से अधिक दान कर रहे हैं।

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     प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी हर्षदेव ओली के गृह क्षेत्र खेतीखान से लगे सिरतोली गांव के राज भट्ट अपने परिवार के साथ इंग्लैंड में रह रहे हैं। लगभग 19 वर्षों से वे वहां सीए के पद पर कार्यरत हैं। इस समय वह दुनिया की नामचीन इन्वेस्टमेंट बैकिंग कंपनी एलारा कैपिटल के मुख्य अधिशासी अधिकारी के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। विदेश में रहने और ऊंचे ओहदे में होने के बावजूद वह अपनी थाती से जुड़े हुए हैं। वे प्रति वर्ष कम से कम दो बार चम्पावत पहुंचकर विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। लोहाघाट, खेतीखान, टनकपुर के विवेकानंद विद्या मंदिर और प्राथमिक स्कूलों में कंप्यूटर, फर्नीचर से लेकर बुनियादी ढांचे की कमी को दूर करने में हर साल मदद कर रहे हैं। वे पिता स्वर्गीय लीलाधर भट्ट और मां हीरा देवी की स्मृति में सात स्कूलों में 40 से अधिक गरीब प्रतिभावान विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दे रहे हैं। मड़ पसौली के गो वात्सल्य सेवा केंद्र को वर्ष 2016 से आर्थिक मदद कर रहे हैं। 

    अंतरराष्ट्रीय स्तर में कराटे में जौहर दिखाने वाली तीन बालिकाओं की पढ़ाई का समूचा खर्च भी वे उठा रहे हैं। राज भट्ट ने इसी साल साल अपने पैतृक गांव सिरतोली में वेद विद्यालय शुरू किया। इस आवासीय स्कूल में संस्कृत के माध्यम से वेद की पढ़ाई हो रही है। उन्होंने बागेश्वर जिले के बैजनाथ में संस्कृत महाविद्यालय भी शुरू किया है। राज भट्ट के सहयोग से लोहाघाट के ऋषेश्वर महादेव मंदिर की दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। खास बात यह है कि वह प्रति वर्ष दिसंबर माह में भारत आकर राज भट्ट विदेश से आने के बाद अपने नाते रिश्तेदारों और पड़ोसियों से मिलना नहीं भूलते। 

    पूर्व प्रधानाचार्य चिरंजी लाल वर्मा ने बताया कि राज भट्ट काफी अच्छे इंसान हैं। इंग्लैंड में रहने के बाद भी वे अपने क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी समय-समय पर फोन से लेते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके क्षेत्र का एनआरआई अपनी माटी और गांव को भूला नहीं है।

    लंदन नेशनल हेल्थ सर्विस हॉस्पिटल और चम्पावत अस्पताल के बीच हुआ एमओयू

    हाल ही में एलारा फाउंडेशन लंदन, रॉयल फ्री लंदन नेशनल हेल्थ सर्विस हॉस्पिटल और जिला अस्पताल चम्पावत के बीच एक एमओयू साइन किया गया है। एलारा फाउंडेशन के सीईओ राज भट्ट और स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत भारत में पहली बार उत्तराखंड के जिला अस्पताल चम्पावत में टेलीमेडिसिन और वर्चुअल ओपीडी के साथ ही एक्शन प्रोग्राम संचालित किया जाएगा। इससे चम्पावत जिला अस्पताल की चिकित्सा सुविधा काफी बेहतर होगी।