Updated: Thu, 21 Aug 2025 08:57 PM (IST)
हल्द्वानी में योग ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड की पुलिस जांच से असंतुष्ट परिवार ने एसआईटी जांच की मांग की है। परिवार का कहना है कि अगर अजय ने अभय को खर्चा देना बंद कर दिया था तो अभय को ज्योति की हत्या क्यों करनी पड़ी? उन्होंने बेटी के चरित्र पर सवाल उठाने का भी विरोध किया और एसआईटी जांच से सच्चाई सामने लाने की बात कही।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। योग ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड का पर्दाफाश कर पुलिस हत्यारोपित को जेल भेज चुकी है। मगर अब पीड़ित परिवार ने पुलिस की कहानी पर सवाल उठा एसआइटी जांच की मांग कर दी है।
इनका कहना है कि अगर अजय ने अपने छोटे भाई अभय को खर्चा देना बंद कर दिया था तो अभय को ज्योति की हत्या करने की जरूरत क्यों पड़ गई? विवाद तो दो भाइयों के बीच होना चाहिए था। मूलरूप से बिहार निवासी अजय और अभय यादव नाम के दो भाई नहर कवरिंग रोड पर योग सेंटर का संचालन करते थे। ज्योति सेंटर में बतौर ट्रेनर काम करती थी।
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31 जुलाई को ज्योति की उसके कमरे में ही हत्या कर दी गई। इसके बाद पुलिस ने बुधवार को पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर अभय को जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार ज्योति के अभय के बड़े भाई अजय से नजदीकी संबंध थे। इस वजह से अजय ने अभय को पैसे देने बंद कर दिए थे। इसके बाद छोटे भाई ने ज्योति को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
दूसरी तरफ गुरुवार को ज्योति के स्वजन ने पहाड़ी आर्मी के कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कई सवाल खड़े कर दिए। मां दीपा मेर ने कहा कि अगर अभय छिपने को नेपाल तक पहुंच गया था तो नगला क्या करने आया?। बेटी के चरित्र पर अंगुली उठाना भी गलत है।
एसआइटी जांच के बाद ही हत्याकांड से जुड़े कई राज सामने आएंगे। इस दौरान हरीश रावत, हेमंत मेर, नवीन बिष्ट, आनंद मेर, कविता जीना, भुवन पांडे मौजूद थे।
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