उत्तराखंड में आम जनता की सेहत से खिलवाड़, सस्ता गल्ला के सरकारी नमक में रेत व बालू के कण
हल्द्वानी में सस्ता गल्ला दुकानों पर मिलने वाले सरकारी नमक की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। रुद्रपुर की लैब रिपोर्ट में नमक में रेत और बालू के कण पाए गए हैं, जिसके बाद कंपनी पर कार्रवाई की गई है और वितरण पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री के आदेश पर हुई जांच में यह खुलासा हुआ है कि नमक मानकों के अनुरूप नहीं है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

कुमाऊं से सरकारी नमक के 36 से अधिक सैंपल भेजे। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । राज्य भर की सस्ता गल्ला दुकानों पर मिलने वाला सरकारी नमक सेहत के लिए उचित नहीं है। राजकीय खाद्य एवं औषधि सुरक्षा प्रयोगशाला रुद्रपुर की रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है। इसमें खाद्य सुरक्षा विभाग ने कुमाऊं से नमक के 36 से अधिक सैंपल लैब में भेजे थे। जांच रिपोर्ट में सरकारी नमक के भीतर रेत व बालू के कण पाए गए। इससे यह नमक अधोमानक मिले हैं। इस विभाग ने संबंधित कंपनी पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 46(4) के तहत कार्रवाई की। वहीं सस्ते गल्ले में नमक के वितरण पर रोक लगाई है।
हल्द्वानी क्षेत्र में कुछ दिनों पूर्व सरकारी राशन वितरण केंद्र से एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें नमक में रेत के कण दिखाए दे रहे थे।वीडियो को लेकर आम जनता लोगों में काफी नाराजगी थी। इस मामले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को जांच के निर्देश दिए। इसको गंभीरता से लेते हुए विभाग ने कुमाऊं भर में सरकारी नमक का सैंपल लिया।
यह नमक सस्ता गल्ला की दुकानों में मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना के तहत मिलता है। राष्ट्रीय खाद्य योजना के राशनकार्ड धारकों को आठ रुपये में यह नमक मिलता है। विभाग ने कुमाऊं भर से सैंपलिंग के दौरान करीब तीन दर्जन सरकारी नमक के सैंपल इकट्ठे किए। जिसे जांच के लिए रुद्रपुर स्थित स्टेट लैब में जांच के लिए भेजा। लैब ने इस सरकारी नमक के 10 सैंपल को अपनी रिपोर्ट में मानकों के अनुरूप नहीं श्रेणी में रखा। रिपोर्ट के अनुसार नमक में रेत व बालू के कण मिले। जिससे नमक खाने लायक नहीं है। इस जांच रिपोर्ट से सरकारी योजना से मिलने वाले खाद्य पदार्थों की शुद्धता की पोल खोल दी है। इससे यह दिखता है कि सरकार कैसे लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रही है।
नमक की जांच रिपोर्ट में आयोडीन व अन्य गुण ठीक मिलें है। समुंद्र से नमक निकलने के बाद सही से फिल्टरेशन न होने से उसमें कुछ प्रतिशत रेट व बालू के कण मिले हैं। कुमाऊं से तीन दर्जन से अधिक नमक के सैंपल जांच को भेजे थे। जिसमें 10 की रिपोर्ट में बाहरी कण मिले हैं। संबंधित कंपनी पर 46(4) एक्ट के तहत कार्रवाई कर नमक वितरण पर रोक लगाई है। - आरएस कठायत, उपायुक्त खाद्य सुरक्षा, कुमाऊं मंडल
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