Uttarakhand: आइआरबी भर्ती में शामिल होने आए युवकों ने अस्पताल के महिला स्टाफ से की मारपीट, बाल पकड़कर दीवार में पटका
Uttarakhand Crime News रामनगर में आईआरबी भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों ने सरकारी अस्पताल में जमकर हंगामा किया। बेहोश हुए अभ्यर्थियों को अस्पताल लाया गया जहां उन्होंने इमरजेंसी कक्ष में महिला स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की। महिला नर्सिंग इंचार्ज समेत तीन महिला कर्मचारियों के बाल पकड़कर उन्हें थप्पड़ मारे गए। घटना की तहरीर कोतवाली में दे दी गई है।
जासं, रामनगर। Uttarakhand Crime News: आइआरबी भर्ती में शामिल होने आए युवकों ने सरकारी अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। आपा खोए युवकों ने अस्पताल की इमरजेंसी कक्ष में सामान फेंककर स्टाफ के साथ धक्कामुक्की मारपीट की।
महिला नर्सिंग इंचार्ज व समेत तीन महिला कर्मचारियों के बाल पकड़कर थप्पड़ मार दिए। इससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। महिला स्टाफ ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना की तहरीर कोतवाली में दे दी गई है।
बैलपड़ाव स्थित आइआरबी में पुलिस विभाग की पीएसी, एलआईयू व फायर विभाग के सब इंस्पेक्टर पद की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शनिवार को शारीरिक भर्ती प्रक्रिया के लिए अभ्यर्थियों की दौड़ कराई जा रही थी। बताया जाता है कि छह सात युवक दौड़ के दौरान बेहोश होकर गिर गए। छह युवकों को एंबुलेंस से रामनगर के सरकारी अस्पताल लाया गया।
बीच बचाव करने आए स्टाफ को भी पीट दिया
इमरजेंसी कक्ष में युवकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कोतवाली में दी गई तहरीर में नर्सिंग इंचार्ज अर्पणा सोलंकी ने बताया कि इमरजेंसी कक्ष में आते ही दो युवकों ने मेरे व मेरी दो महिला व एक युवक सहकर्मी शाकिब अंसारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। बीच बचाव करने आए स्टाफ को भी पीट दिया।
दोनों युवकों ने उसके बाल खींचकर थप्पड़ मारकर दीवार पर धक्का दे दिया। सूचना पर कोतवाली से पुलिस अस्पताल पहुंची। इसके बाद युवकों का उपचार किया गया। फिलहाल अभी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
अस्पताल का स्टाफ बोला हर रोज आ रहे नशे की हालत में युवक
सरकारी अस्पताल में आइआरबी से हर रोज इस तरह के युवक आ रहे हैं। अस्पताल की महिला कर्मचारियों ने बताया कि दो युवक नशे में थे। आइआरबी से कुछ दिन से युवक नशे की हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि युवकों का अचानक आपा खोने की वजह भर्ती से पूर्व कोई नशा तो नहीं था। हालांकि यह जांच का विषय है।
दौड़ के दौरान युवक बेहोश होते ही हैं, लेकिन वह ठीक हो जाते थे। यह युवक ठीक नहीं हुए। भर्ती से पूर्व सुबह अभ्यर्थियों की तलाशी ली जाती है। दर्द निवारक दवा तो पकड़ी जाती है। लेकिन नशे की कोई सामग्री कभी नहीं मिली। तलाशी में पूरी गंभीरता बरती जाती है।
- बलजीत सिंह भाकुनी, सहायक सेनानायक आइआरबी बैलपड़ाव
अस्पताल की महिला स्टाफ की ओर से तहरीर दी गई है। इस मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। - अरुण सैनी, कोतवाल रामनगर