Uttarakhand News: चंपावत-टनकपुर के बीच 12 दिन बाद घूमे रोडवेज के चक्के, 16 टन से अधिक वाहनों पर रोक जारी
चंपावत में टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 12 दिन बाद फिर से खुल गया है जिससे यात्रियों और सामान की आपूर्ति में राहत मिली है। हालांकि 16 टन से अधिक वजन वाले वाहनों पर अभी भी प्रतिबंध है। भूस्खलन के कारण राजमार्ग बंद था जिसे अब छोटे और बड़े वाहनों के लिए खोल दिया गया है लेकिन भारी वाहनों को अभी इंतजार करना होगा।

जागरण संवाददाता, चंपावत: टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर 12 दिन बाद रोडवेज की आवाजाही शुरू हो गई है। एनएच पर स्वाला के डेंजर जोन की स्थिति को दो दिन तक छोटे वाहनों से परखने के बाद बुधवार सुबह रोडवेज व बड़े वाहनों के लिए आवाजाही सुचारू कर दी गई। हालांकि 16 टन से अधिक क्षमता के माल वाहनों की आवाजाही पर रोक जारी रहेगी।
एनएच लोहाघाट खंड के अधिशासी अभियंता दीपक जोशी ने बताया कि स्वाला में पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन व मलबे को हटाने के लिए नियमित काम किया जा रहा है। एनएच 29 अगस्त से बंद था। दो दिन पहले छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू की गई थी।
वाहनों की आवाजाही के लिए बने रैंप की मजबूती को परखने के बाद बुधवार को बड़े वाहनों को भी चलने की अनुमति दी गई। रोडवेज व अन्य यात्री वाहन, फल-सब्जी की गाड़िया चलने से चंपावत के साथ ही पिथौरागढ़ जिलेवासियों को भी राहत मिलेगी। पिथौरागढ़ के लिए भी सब्जी, राशन आदि टनकपुर-चंपावत होते हुए जाता है।
शाम छह बजे बाद पहाड़ नहीं चढ़ेंगे
यातयात निरीक्षक हयात सिंह अधिकारी ने एनएच का निरीक्षण किया। इसके आधार पर रोड प्लान तय किया गया। चंपावत से टनकपुर जाने वाले वाहन बनलेख से प्रातः आठ से शाम सात बजे के बीच छोड़े जाएंगे।
टनकपुर से चंपावत आने वाले वाहन ककराली गेट से सुबह सात से शाम छह बजे के बीच छोड़े जाएंगे। रात्रि के समय आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। 16 टन से अधिक भार क्षमता वाले वाहनों को फिलहाल चलने की अनुमति नहीं होगी।
यात्रियों व वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की गई है। आपातकाल में पुलिस कंट्रोल रूम 112, 9411112984, 05965,230276 व आपदा कंट्रोल रूम 7895318895 पर संपर्क कर जानकारी ली जा सकती है।
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