भगवान शिव और माता पार्वती ने त्रियुगीनारायण मंदिर में किया था विवाह, यहां सात फेरे लेने पहुंचे छह जोड़े
रुद्रप्रयाग के त्रियुगीनारायण मंदिर में, जहां शिव-पार्वती का विवाह हुआ था, शनिवार को छह जोड़ों का विवाह है। मंदिर की लोकप्रियता बढ़ रही है और कई सेलेब्रिटी भी यहां विवाह कर चुके हैं।

रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ ब्लाक में स्थित है त्रियुगीनारायण मंदिर।
संवाद सूत्र, जागरण, फाटा: रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ ब्लाक में त्रियुगीनारायण मंदिर है।ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान शिव ने देवी पार्वती से विवाह किया था। यहां विवाह बंधन में बंधना युवा अपना सौभाग्य मानते हैं।
आज छह शादियां
आज शनिवार को इसी मंदिर में शुभ मुहूर्त पर छह शादियां होंगी। लगातार बढ़ती मांग के बीच स्थानीय तीर्थ पुरोहितों ने क्षेत्र में आने वाले बाहरी श्रद्धालु दंपतियों और उनके स्वजन के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की जरूरत पर जोर दिया है।

बना पहली पसंद
केदारघाटी में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर नवयुगलों की शादी के लिए पसंद बनता जा रहा है। तीर्थ पुरोहित समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद पंचपुरी ने बताया कि मंदिर में विवाह के लिए आने वाले नव दंपतियों का रजिस्ट्रेशन स्वजन की सहमति से किया जाता है।
- उन्होंने बताया कि विवाह रजिस्ट्रेशन फरवरी–मार्च तक के शुभ मुहूर्तों के लिए भी किए जा चुके हैं, जिससे स्थल की बढ़ती लोकप्रियता स्पष्ट होती है।
- समिति के सचिव सर्वेशा नंद भट्ट ने बताया कि प्रदेश सरकार ने सोनप्रयाग–त्रियुगीनारायण सड़क मार्ग के सुधार के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत किए थे, लेकिन विभाग और कार्यदायी संस्था की लापरवाही के कारण सड़क की स्थिति अत्यंत खराब है।
हो मूलभूत सुविधाएं
उन्होंने कहा कि सड़क की जर्जर हालत की वजह से कई दंपतियों को अपनी शादी की योजना तक रद करनी पड़ रही है, जो बेहद चिंताजनक है। ग्रामीणों और पुरोहितों ने सड़क मार्ग में जल्द सुधार, साथ ही शिव–पार्वती विवाह स्थल पर शौचालय, सफाई व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।
विवाह करने वाली सेलेब्रिटी
- उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत,
- आइएएस दंपती ललित मोहन रयाल व रश्मि रयाल,
- ऊखीमठ के एसडीएम जितेंद्र वर्मा,
- एफआइआर फेम टीवी अभिनेत्री कविता कौशिक,
- दो दिल एक जान फेम अभिनेत्री निकिता शर्मा,
- अभिनेता जितेंद्र असेड़ा,
- आइपीएस अपर्णा गौतम
ऐसे पहुंचते हैं त्रियुगीनारायण
यह मंदिर सड़क मार्ग से जुड़ा है। ऋषिकेश से 175 किमी की दूरी तय कर सोनप्रयाग पहुंचा जाता है। यहां से 12 किमी की दूरी पर यह त्रियुगीनारायण मंदिर स्थित है।

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