टिहरी बांध झील का बढ़ता जलस्तर मुसीबत, इस कारण बढ़ा बीमारी का खतरा
टिहरी बांध झील का जलस्तर बढ़ने से चिन्यालीसौड़ और आसपास के इलाकों में मुसीबत आ गई है। झील में कूड़ा-कचरा और जानवरों के शव जमा होने से दुर्गंध फैल रही है, जिससे ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। हिटारा गांव के स्कूल के बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सफाई और मोक्ष घाट बनाने की मांग की है।

लगातार जलस्तर बढ़ने चिन्यालीसौड़ बाजार, छोटी नागणी, हिटारा के पास तक पहुंचा जलस्तर. Jagran
जागरण संवाददाता, चिन्यालीसौड़। टिहरी बांध झील का जलस्तर लगातार बढ़ने से चिन्यालीसौड़ बाजार, छोटी नागणी, हिटारा और पावर हाउस धरासू क्षेत्र के पास तक झील का पानी पहुंच गया है। झील में तैरता कूड़ा-कचरा अब हिटारा गांव के पास तक पहुंच चुका है। झील में जमा कचरे के साथ कई मरे हुए जानवरों के शव भी बहकर आए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में तीव्र दुर्गंध फैल गई है। इससे आसपास के ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है।
हिटारा गांव के समीप स्थित इंटर कालेज बड़ेथी में सैकड़ों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनकी सेहत को लेकर भी अभिभावक चिंतित हैं। ग्रामीणों ने बताया कि झील की गंदगी से बीमारियों और महामारी फैलने का भय बना हुआ है।
ग्रामीणों ने टीएचडीसी प्रशासन से झील में जमा कूड़ा-कचरा तत्काल साफ कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने हिटारा के नीचे और धरासू क्षेत्र में स्थायी मोक्ष घाट निर्माण की मांग उठाई है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की परेशानी से स्थानीय जनता को निजात मिल सके।

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