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    सीएम धामी के आदेश पर उत्‍तराखंड 700 से अधिक मदरसों की जांच, केवल इतने मिले रजिस्‍टर

    उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के आदेश पर 700 से अधिक मदरसों की जांच की गई जिसमें 270 अपंजीकृत पाए गए। सूचना अधिकार के तहत खुलासा हुआ कि मदरसा बोर्ड और प्रशासन के पास जांच के नियम उपलब्ध नहीं हैं। हरिद्वार ऊधमसिंह नगर देहरादून और अल्मोड़ा में बड़ी संख्या में मदरसे अमान्यता प्राप्त मिले। जांच में कोई गैरकानूनी गतिविधि नहीं पाई गई।

    By abhay pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 28 Aug 2025 06:36 PM (IST)
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    सूचना का अधिकार के तहत मिली जानकारी में हुआ खुलासा। फाइल

    जागरण संवाददाता, काशीपुर। उत्तराखंड में मदरसों की जांच मुख्यमंत्री के आदेश पर कराई गई, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया को लेकर शासन और प्रशासन के पास किसी भी प्रकार के नियम-प्रावधान उपलब्ध नहीं हैं। यह खुलासा काशीपुर निवासी अधिवक्ता एवं सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को सूचना का अधिकार के तहत मिली जानकारी में हुआ है।

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    नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग तथा जिला स्तर पर अधिकारियों से मदरसों की जांच और सील करने से संबंधित नियमों की प्रतियां मांगी थीं। शासन और विभागों ने जवाब तो दिए, लेकिन किसी भी स्तर पर इस संबंध में कोई नियम या स्पष्ट प्रावधान उपलब्ध नहीं कराया जा सका।

    सूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री के आदेश 19 दिसंबर 2024 को एक दैनिक समाचार पत्र में पंजीकरण के बिना चल रहे मदरसों की जांच शीर्षक से प्रकाशित खबर के आधार पर जारी हुए। इस पर कार्यवाही करते हुए 23 दिसंबर 2024 को सभी जिलाधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए।

    जिलास्तर पर समितियां गठित कर दस दिन के भीतर जांच पूरी करने के निर्देश भी दिए गए। जांच आख्या के अनुसार आठ जिलों में कुल 680 मदरसों की जांच की गई। इनमें 410 पंजीकृत/मान्यता प्राप्त और 270 अपंजीकृत व अमान्यता प्राप्त पाए गए। किसी भी जांच रिपोर्ट में किसी मदरसे में गैरकानूनी या संदिग्ध गतिविधि का उल्लेख नहीं है।

    उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद ने अपने उत्तर तथा ऊधमसिंह नगर के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तथा जिला अधिकारी कार्यालय तथा उपजिलाधिकारियों के प्रतिनिधियों ने उपनिदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय हीरा सिंह बसेड़ा के समक्ष अपील में माना कि ऐसा कोई नियम प्रावधान उनके पास उपलब्ध नहीं हैं।

    आरटीआइ से क्या मिली जानकारी

    • हरिद्वार जिले में 328 मदरसों की जांच हुई, जिनमें 259 मान्यता प्राप्त और 69 अमान्यता प्राप्त पाए गए।
    • ऊधमसिंह नगर में 237 मदरसों की जांच में 112 मान्यता प्राप्त और 125 अमान्यता प्राप्त मिले।
    • देहरादून जिले में 93 मदरसों की जांच में 36 पंजीकृत और 57 अपंजीकृत पाए गए।
    • अल्मोड़ा जिले के सभी 16 मदरसे अमान्यता प्राप्त मिले।
    • पिथौरागढ़ जिले में तीन मदरसों में एक पंजीकृत और दो अपंजीकृत मिले।
    • टिहरी गढ़वाल में तीन मदरसों की जांच हुई, जिनमें दो पंजीकृत और एक अपंजीकृत मिला।
    • रुद्रप्रयाग और चमोली में कोई भी मदरसा संचालित नहीं मिला।