अब तक पूरा नहीं हो पाया रतूड़ीसेरा व बंदरकोट भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट, पत्थर गिरने का खतरा बरकरार
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रतूड़ीसेरा और बंदरकोट में भूस्खलन क्षेत्रों का ट्रीटमेंट कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद भी कार्य अधूरा रहने से स्थानीय लोग और पर्यटक परेशान हैं। बीआरओ ने निर्माण कंपनी को जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया है, लेकिन पत्थर गिरने का खतरा अभी भी बना हुआ है।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रतूड़ीसेरा व बंदरकोट में भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है। जबकि गत वर्ष मानसून सीजन के बाद शुरू हुए ट्रीटमेंट कार्य को इस साल मार्च अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद भी अब तक यहां भूस्खलन ट्रीटमेंट कार्य पूरा नहीं हो पाया है, इस कारण स्थानीय लोग व पर्यटक भूस्खलन जोन में पत्थर गिरने के भय के साथ उड़ते धूल के गुबार के बीच आवागमन करने को मजबूर हैं।
बता दें कि सामरिक व चारधाम यात्रा के लिहाज से महत्वपूर्ण गंगोत्री हाईवे पर रतूड़ीसेरा व बंदरकोट भूस्खलन जोन लंबे समय तक नासूर रहे।
गत वर्ष 19.8 करोड़ की लागत से रतूड़ीसेरा व 9.3 करोड़ की लागत से बंदरकोट भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य शुरू होना था, जिसमें बीआरओ की ओर से पहाड़ी की कटिंग कर राक बोल्ट ट्रीटमेंट के माध्यम से ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया गया।
पूर्व में इस कार्य को चारधाम यात्रा सीजन से पूर्व मार्च अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन ताजुब्ब की बात ये है कि चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद भी यह कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है, जबकि अप्रैल में तत्कालीन डीएम डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने भी स्थलीय निरीक्षण कर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
गत रविवार को दैनिक जागरण ने दोनों भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट कार्य की पड़ताल की तो रतूड़ीसेरा में ट्रीटमेंट कार्य बंद मिला। यहां अभी भी पहाड़ी पर राक बोल्ट ट्रीटमेंट के लिए बोल्ट ही पूरी तरह नहीं लग पाए हैं। इधर, बंदरकोट में भी नाममात्र के श्रमिक नजर आए। इधर, भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट पूरा नहीं होने से यहां पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बरकरार है।
चारधाम यात्रा के चलते रतूड़ीसेरा व बंदरकोट भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य प्रभावित हुआ। रात में भी उतना काम नहीं हो पाया। यात्रा संपन्न हो गई है तो इस कार्य को तेजी से पूरा करवाया जा रहा है। निर्माण कंपनी को नवंबर तक बंदरकोट व दिसंबर तक रतूड़ीसेरा का काम पूरा करने निर्देश दिए गए हैं।-जितेंद्र कुमार, आफिसर कमांडिंग बीआरओ।

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