Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    IIT खड़गपुर को मिला स्टूडेंट हेल्थ डीन, सात महीने में 4 आत्महत्याओं के बाद लिया गया फैसला

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 10:24 PM (IST)

    आईआईटी-खड़गपुर में छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद संस्थान ने छात्रों के कल्याण के लिए एक नए डीन की नियुक्ति की है। अरुण चक्रवर्ती जो महासागर नदी वायुमंडल और भूमि विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर हैं अब छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। छात्रावासों में रहने वाले छात्रों की संदिग्ध मौतों के बाद यह कदम उठाया गया है।

    Hero Image
    छात्रों के ध्यान के लिए नए डीन की नियुक्ति की गई है। (फाइल फोटो)

    जागरण, कोलकाता : आइआइटी-खड़गपुर में छात्रों के आत्महत्या किए जाने के बाद अब छात्रों के ध्यान के लिए नए डीन की नियुक्ति की गई है। नए डीन का काम छात्रों की भलाई का ध्यान रखना तथा उनकी मानसिक स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने के लिए उनसे बातचीत करना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह पहली बार है कि देश के किसी संस्थान में छात्र कल्याण के डीन का पद सृजित किया गया है। मालूम हो कि इस वर्ष जनवरी से अब तक छात्रावासों में रहने वाले चार छात्रों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद यह कदम उठाया गया है। 

    छात्र कल्याण के डीन का क्या है काम?

    आइआइटी-खड़गपुर में 21 छात्रावास हैं जिनमें 16,000 छात्र रहते हैं। आइआइटी-खड़गपुर के निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने बताया कि प्रतिष्ठित संस्थान के महासागर, नदी, वायुमंडल और भूमि विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर अरुण चक्रवर्ती को विद्यार्थी कल्याण के डीन के रूप में नियुक्त किया गया है।

    नए डीन कार्यालय तक सीमित रहने के बजाय, छात्रों से समूहों में और निजी तौर पर मिलेंगे। वह उनके मित्र होने के साथ-साथ उनके शिक्षक और मार्गदर्शक भी होंगे।

    निदेशक ने बताया कि छात्र मामलों के डीन का पद है, लेकिन छात्र मामले और छात्र कल्याण दो अलग-अलग बात है। छात्र मामलों के डीन का काम प्रशासनिक और शैक्षणिक मुद्दों से ज्यादा जुड़ा होता है, जबकि छात्र कल्याण के डीन का काम छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित होगा।

    यह भी पढ़ें- चंडीगढ़ डीएवी कालेज के तीन असिस्टेंट प्रोफेसरों पर दिव्यांग का उत्पीड़न के आरोप, पहुंचा नोटिस