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    West Bengal: राशन वितरण घोटाला मामले में डायरी ने खोले कई राज, लेन-देन के लिए सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल; ED का दावा

    Updated: Sun, 29 Dec 2024 10:07 AM (IST)

    बंगाल के राशन वितरण घोटाले में ED ने बड़ा दावा किया है। ईडी ने कहा डायरी के पन्नों में बंगाल के 10 हजार करोड़ रुपये के राशन आवंटन घोटाले के कई राज छिपे हैं। केंद्रीय एजेंसी ने अक्टूबर 2023 में पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी अभिजीत दास के घर पर तलाशी के दौरान डायरी बरामद की थी जो अब जांच में बहुत महत्वपूर्ण है।

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    राशन वितरण घोटाला मामले में ed का दावा

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। ईडी ने दावा किया है कि उसके द्वारा बरामद मैरून डायरी के पन्नों में बंगाल के 10 हजार करोड़ रुपये के राशन आवंटन घोटाले के कई राज छिपे हैं। केंद्रीय एजेंसी ने अक्टूबर 2023 में पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी अभिजीत दास के घर पर तलाशी के दौरान डायरी बरामद की थी जो अब जांच में बहुत महत्वपूर्ण है। डायरी में दर्ज लेन-देन के लिए सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल किया गया है।  

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    हाल में ईडी ने ज्योतिप्रिय के करीबी सुब्रत घोष और हृतेश चांडक नाम के दो चावल मिल मालिकों और शांतनु भट्टाचार्य नाम के उनके करीबी चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है। जांच से पता चला कि ये तीनों ज्योतिप्रिय द्वारा नियंत्रित राशन वितरण भ्रष्टाचार गिरोह में एक सिंडिकेट का हिस्सा थे।

    किसानों से कैसे किया गया फर्जीवाड़ा?

    डायरी में सिंडिकेट के वित्तीय लेनदेन का विवरण फर्जी किसानों या कंपनियों के नाम के शुरुआती अक्षर सांकेतिक भाषा में लिखकर दर्ज किया गया है। ज्योतिप्रिय के आदेश पर राज्य सरकार द्वारा किसानों से धान की खरीद के लिए समर्थन मूल्य के अरबों रुपये कैसे गबन किए गए, यह डायरी के पन्नों पर सांकेतिक भाषा में लिखा गया है। 

    ज्योतिप्रिय मल्लिक 2011 से 2021 तक राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रहे। फर्जी किसानों के नाम पर खोले गए हजारों बैंक खाते ईडी सूत्रों के मुताबिक फर्जी किसानों के नाम पर हजारों बैंक खाते खोले गए। किसानों से कोई धान नहीं खरीदा गया, लेकिन खरीद के नाम पर राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य हजारों बैंक खातों में सीधे जमा कर दिया गया।

    बैंक खातों से निकाली गई नकदी

    उन बैंक खातों से डेबिट कार्ड के जरिए नकदी निकाली गई और विभिन्न संस्थाओं तक पहुंचाई गई। सरकारी खजाने का लूटा गया पैसा ज्योतिप्रिय की पत्नी, उनकी बेटी और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली तीन कंपनियों के बैंक खातों में भी जमा किया गया है। 

     ईडी से जांच का अनुरोध

    पूर्व खाद्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद भी राशन घोटाला जारी बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी के बावजूद बंगाल में राशन घोटाला अभी भी जारी है। ईडी से इसकी जांच का अनुरोध किया है।

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