हिरासत में ब्रिटिश कमेंटेटर सामी हमदी, अमेरिका ने रद किया वीजा
ब्रिटिश कमेंटेटर सामी हमदी को सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया और अमेरिका ने उनका वीजा रद्द कर दिया। राजनीतिक विश्लेषक हमदी को हिरासत में लेने का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन समर्थकों का मानना है कि यह उनकी राजनीतिक टिप्पणियों से जुड़ा हो सकता है। हमदी ने सोशल मीडिया पर निराशा व्यक्त की और उनके वकील फैसले को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं।

ब्रिटिश जर्नलिस्ट और पॉलिटिकल कमेंटेटर सामी हमदी। (X- @AmyMek)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटिश जर्नलिस्ट और पॉलिटिकल कमेंटेटर सामी हमदी को अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है। इतना नहीं उनका वीजा भी रद कर दिया गया है। एक होमलैंड सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्हें अमेरिका में अपना भाषण पूरा करन की अनुमति देने के बजाय निर्वासित कर दिया जाएगा।
डीएचएस प्रवक्ता ट्रिशिया मैकलॉघलिन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट में लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप के अनुसार, जो लोग आतंकवाद का समर्थन करते हैं और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करते हैं, उन्हें इस देश में काम करने या आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।"
हमदी ने शनिवार को कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस के लिए एक समारोह में बात की और रविवार को फ्लोरिडा में एक कार्यक्रम में बोलने वाले थे।
सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट से हिरासत में लिए गए हमदी
सीएआईआर ने कहा कि उन्हें सैन फ्रांसिस्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था। रूढ़िवादी नेता ट्रंप प्रशासन से हमदी को अमेरिका से निष्कासित करने का आग्रह कर रहे थे। हमदी ब्रिटिश टीवी नेटवर्क पर विश्लेषक और कमेंटेटर के रूप में दिखाई देते रहे हैं।
सीएआईआर ने रविवार को उनकी रिहाई की मांग की और ट्रंप प्रशासन पर इजरायली सरकार की आलोचना करने के कारण उन्हें हिरासत में लेने का आरोप लगाया। सीएआईआर के डिप्टी डायरेक्टर एडवर्ड अहमद मिशेल ने कहा कि हमदी ने पहले इस्लामी उग्रवादियों का समर्थन करने से इनकार किया था और संगठन के वकील रविवार शाम तक उनसे संपर्क नहीं कर पाए थे।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का घोर अपमान - सीएआईआर
सीएआईआर ने एक बयान में कहा, "एक प्रमुख ब्रिटिश मुस्लिम पत्रकार और पॉलिटिकल कमेंटेटर का अमेरिका में भाषण दौरे के दौरान अपहरण कर लेना, क्योंकि उन्होंने इजरायली सरकार के नरसंहार की आलोचना करने का साहस किया था, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का घोर अपमान है।"
रविवार को रूढ़िवादी कार्यकर्ता लॉरा लूमर ने हमदी की गिरफ्तारी का श्रेय लिया। जनवरी से, ट्रंप प्रशासन ने इमिग्रेशन पर व्यापक कार्रवाई की है, जिसमें सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाना, उन लोगों के वीजा रद करना शामिल है, जिनके बारे में उनका दावा है कि उन्होंने रूढ़िवादी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या की प्रशंसा की थी, और उन छात्र वीजा और ग्रीन कार्ड धारकों को निर्वासित करना, जिन्होंने फलस्तीनियों के समर्थन में आवाज उठाई थी और गाजा युद्ध में इजरायल के आचरण की आलोचना की थी।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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