कॉलेजों तक घुसपैठ में कामयाब हो रहा मुस्लिम ब्रदरहुड, रिपोर्ट में दावा; घोषित हो चुका है आतंकी संगठन
इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ ग्लोबल एंटीसेमिटिज्म एंड पॉलिसी (ISGAP) की रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम ब्रदरहुड पश्चिमी देशों में अपनी पैठ बना रहा है। संगठन कॉलेज परिसरों से लेकर आम नागरिकों के जीवन तक में घुसपैठ कर रहा है। ISGAP ने अमेरिका से इसे आतंकवादी संगठन घोषित करने की अपील की है ताकि इसकी गतिविधियों को रोका जा सके। रिपोर्ट में संगठन की 'सिविलाइजेशन जिहाद' रणनीति का भी खुलासा किया गया है।

अमेरिकी कॉलेज में मुस्लिम ब्रदरहुड की घुसपैठ। जागरण ग्राफिक्स
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ ग्लोबल एंटीसेमिटिज्म एंड पॉलिसी (ISGAP) की बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट ने चौंकाने वाले दावे किए हैं। संस्था की नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि कट्टरपंथी इस्लामी संगठन 'मुस्लिम ब्रदरहुड' अपने मकसद में कामयाब होने के चरण में आधा रास्ता पार कर चूका है।
इस संगठन ने कॉलेज कैंपस से लेकर आम अमेरिकी की जिंदगी में घुसकर पश्चिम देश को बदलने में कामयाब हो रहा है। बुधवार को ISGA ने यह एनालिसिस पब्लिश किया है। इसमें अमेरिका से अपील की गई है कि वह इस इस्लामी ग्रुप को आतंकवादी संगठन घोषित करे ताकि अमेरिकी नागरिकों की जिंदगी के सभी हिस्सों में घुसने की उसकी कोशिशों को नाकाम किया जा सके।
अमेरिकी कॉलेज में मुस्लिम ब्रदरहुड की घुसपैठ
ISGAP के डायरेक्टर, डॉ. चार्ल्स एशर स्मॉल ने कहा, 'हम ब्रदरहुड के 100 साल के प्लान में अब 50 साल में हैं, जिसमें वे अमेरिका और दूसरे पश्चिमी समाजों के खास संस्थानों में अपनी जड़ें जमाकर हमारी डेमोक्रेसी को कमजोर और खत्म करना चाहते हैं।'
200 पेज की रिपोर्ट में इस सगठन की 'सिविलाइज़ेशन जिहाद' स्ट्रैटेजी का पर्दाफाश किया है, जिसमें एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन और सरकारी एजेंसियों दोनों पर असर डालना शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, खास तौर पर यूनिवर्सिटी कैंपस इस ग्रुप के नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए जरूरी स्ट्रेटेजिक एरिया हैं। जिसका टाइटल है “द मुस्लिम ब्रदरहुड स्ट्रेटेजिक एंट्रीजम इनटू वेस्टर्न सोसाइटी: ए सिस्टमैटिक एनालिसिस।”
इन प्रदर्शनों में शामिल था ग्रुप
मुस्लिम ब्रदरहुड कोलंबिया के कैंपस में हुए कई विरोध प्रदर्शनों में शामिल रहा है, जिसमें पिछले साल अप्रैल में हैमिल्टन हॉल में हुआ हिंसक दंगा भी शामिल है।
यह रिपोर्ट टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट द्वारा ब्रदरहुड और काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (CAIR) दोनों को ऑफिशियली विदेशी आतंकी संगठन बताने के एक दिन बाद जारी की गई।
'द पोस्ट' की खबर के अनुसार देश के सबसे बड़े मुस्लिम सिविल राइट्स ग्रुप्स में से एक, CAIR ने अमेरिकी कॉलेजों में गड़बड़ी फैलाने और अधिकारियों द्वारा सजा पाए इजरायल विरोधी आंदोलनकारियों को एक हजार डॉलर देने की कोशिश की थी। बता दें अभी न तो CAIR और न ही मुस्लिम ब्रदरहुड को अमेरिका में विदेशी आतंकवादी संगठन माना गया है।
कैसे हुई ब्रदरहुड की स्थापना?
1928 में मिस्र में बना 'ब्रदरहुड' एक ट्रांसनेशनल सुन्नी इस्लाम ग्रुप है जो दूसरे वर्ल्ड वॉर और इजरायल की स्थापना के बाद पॉलिटिकल एरिया में आने से पहले एक धार्मिक और सोशल ऑर्गनाइजेशन के तौर पर शुरू हुआ था। 1967 के सिक्स-डे वॉर के बाद इसे सपोर्ट मिला।
हमास, जिसने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। 1987 में ब्रदरहुड से जुड़ी चैरिटी और गाजा पट्टी में दूसरे सोशल इंस्टीट्यूशन से बना था।
ब्रदरहुड के लीडर ये दावा करते हैं कि दशकों पहले उन्होंने हिंसा छोड़ दी थी और अब वह इलेक्शन और दूसरे शांतिपूर्ण तरीकों से इस्लामिक राज बनाना चाहते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।