'पड़ोसी को बदल तो नहीं सकते, लेकिन...', पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष पर चीन ने क्या कहा?
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के बाद सीजफायर पर चीन ने प्रतिक्रिया दी है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों का यह फैसला साझा हितों को पूरा करता है। चीन ने दोनों देशों से शांत रहने और संवाद से विवाद सुलझाने का आग्रह किया है। चीन, पाकिस्तान-अफगानिस्तान संबंधों को बेहतर बनाने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान युद्ध पर चीन का बयान। (फोटो- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच पिछले एक सप्ताह के संघर्ष के बाद 48 घंटे का सीजफायर लागू है। बावजूद इसके दोनों देशों के बीच हल्की-फुल्की झड़प की खबरें सामने आ रही हैं। इन सब के बीच इस सीजफायर पर चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुए इस संघर्ष विराम पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि अस्थायी सीजफायर लागू करने और बातचीत के जरिए समाधान खोजने के पाकिस्तान और अफगानिस्तान के फैसले पर गौर किया। चीन ने स्पष्ट किया कि यह फैसला दोनों पक्षों के साझा हितों को पूरा करता है।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष विराम पर चीन ने रूख किया साफ
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन बार-बार इस संघर्ष के मुद्दे पर अपनी रुख को साफ किया है। चीन का रूस सहित दुनिया भर के देशों के साथ व्यापार और ऊर्जा सहयोग सामान्य है। चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अमेरिका का रुख एकतरफा रहा है और धौंस जमाने वाला रहा है, जिसके कारण दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नियमों पर बुरा असर देखने को मिल रहा है।
'आपसी संवाद से सुलझाए विवाद'
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान के कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों देश चीन के मित्रवत पड़ोसी हैं। इस स्थिति में दोनों को बदला नहीं जा सकता है। चीन अपने दोनों देशों का समर्थन करता है कि वे शांत और संयमित रहें। दोनों देश संवाद कर के ही आपसी मतभेदों को सुलझा सकते हैं। राजनीतिक समाधान के रास्ते पर लौटें और दोनों देश शांति और स्थिरता को संयुक्त रूप से बनाए रखें। लिन जियान का कहना है कि हम पाकिस्तान- अफगानिस्तान संबंधों को बेहतर बनाने और विकसित करने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार हैं।
पाकिस्तान- अफगानिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी बात
गौरतलब है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी संघर्ष में वर्तमान में अस्थायी युद्धविराम लागू करने पर सहमति बनी है। बता दें कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच आठ अक्तूबर को संघर्ष शुरू हुआ था। दोनों देशों के बीच यह संघर्ष ऐसे समय पर शुरू हुआ जब पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्ता के ठिकानों पर हमला किया। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान बॉर्डर पर अफगान तालिबान के हमले को नाकाम कर दिया।
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