चीन में 1500 साल पुराने मंदिर में लगी भीषण आग, सदियों पुराना पैविलियन जलकर नष्ट
चीन के जियांगसू प्रांत में स्थित 1500 साल पुराने योंगचिंग मंदिर में 12 नवंबर, 2025 को भीषण आग लग गई। आग ने वेनचांग मंडप को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, लेकिन मंदिर की मुख्य संरचनाएं सुरक्षित हैं। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया, और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग लगने के कारणों की जांच जारी है, और मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
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चीन में 1500 साल पुराने मंदिर में लगी भीषण आग (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन के जियांगसू प्रांत के झांगजियागांग इलाके में 12 नवंबर 2025 को 1500 साल पुराने योंगचिंग मंदिर में भीषण आग लग गई। आग सुबह करीब 11:24 बजे लगी और देखते ही देखते मंदिर के प्रसिद्ध वेनचांग पैविलियन को अपनी चपेट में ले लिया। यह इमारत मंदिर परिसर में स्थित एक बहुमंजिला लकड़ी की संरचना थी, जिसे प्राचीन शैली में बनाया गया था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग इतनी तेज थी कि धुआं और लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। सोशल मीडिया पर भी इसके कई वीडियो तेजी से वायरल हुए, जिनमें पूरा ढांचा आग की लपटों में घिरा दिखा।
फायर ब्रिगेड ने दोपहर तक पाया नियंत्रण
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि दमकलकर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। दोपहर तक स्थिति नियंत्रित हो गई और राहत की बात यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।हालांकि, आग ने वेनचांग पैविलियन को पूरी तरह नष्ट कर दिया, लेकिन मंदिर की मुख्य संरचनाएं, जो छठी सदी (536 ईस्वी) में दक्षिणी राजवंश के दौर की हैंसुरक्षित बच गईं।
योंगचिंग मंदिर अपनी बौद्ध परंपरा, लकड़ी की नक्काशी और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर सदियों से श्रद्धालुओं और पर्यटकों का प्रमुख केंद्र रहा है।
पुनर्निर्माण में लगेगा लंबा समय
अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। विशेषज्ञ बिजली के खराब तारों, धूप-दीप के इस्तेमाल या पुरानी लकड़ी की संरचना में खामी जैसे कारणों की जांच कर रहे हैं।
पुनर्निर्माण का काम लंबा चलेगा, लेकिन सरकार और विरासत संरक्षण विभाग ने वादा किया है कि मंदिर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए इसे दोबारा तैयार किया जाएगा।
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