'आईडीएफ की वर्दी पहनने के लायक नहीं', इजराइली सेना की अधिकारी ने इस वजह से दिया इस्तीफा
इजराइली सेना की मुख्य कानूनी अधिकारी, मेजर जनरल यिफात तोमर-येरुशालमी ने गाजा युद्ध के दौरान फिलिस्तीनी बंदी के साथ दुर्व्यवहार के वीडियो लीक होने के बाद इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अगस्त 2024 में वीडियो लीक करने की मंजूरी दी थी।

इजराइली सेना की अधिकारी ने दिया इस्तीफा (photo credit: FLASH90)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइली सेना की मुख्य कानूनी अधिकारी एडवोकेट जनरल मेजर जनरल यिफात तोमर-येरुशालमी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। तोमर-येरुशालमी ने बताया कि वे एक ऐसे वीडियो की आपराधिक जांच के कारण इस्तीफा दी हैं, जिसमें सैनिकों को गाजा युद्ध के दौरान गिरफ्तार किए गए एक फिलिस्तीनी बंदी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए दिखाया गया था।
जांच के दौरान सच सामने आने के बाद तोमर-येरुशालमी ने कहा कि वह पद छोड़ रही हैं, क्योंकि उन्होंने अगस्त 2024 में वीडियो लीक करने की मंजूरी दी थी। तोमर-येरुशालमी ने अपने त्यागपत्र में एसडी तेइमान बंदियों को "सबसे खराब किस्म के आतंकवादी" कहा, लेकिन साथ ही कहा कि इससे संदिग्ध दुर्व्यवहार की जांच करने के दायित्व से कोई छूट नहीं मिलती।
दरअसल, युद्ध के दौरान इजराइली हिरासत में फिलिस्तीनियों के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो लीक होने के बाद मानवाधिकार समूहों ने इसकी रिपोर्ट की। इजरायली सेना द्वारा ऐसे दर्जनों मामलों की जांच चल रही है। जिसमें उस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है। जांच के दौरान एक वीडियो लीक होने में इजराइली सेना की मुख्य कानूनी अधिकारी एडवोकेट जनरल मेजर जनरल यिफात तोमर-येरुशालमी का नाम सामने आया। जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही।
आईडीएफ की वर्दी पहनने के लायक नहीं
इजराइली सेना की मुख्य कानूनी अधिकारी तोमर-येरुशालमी के इस्तीफी के लेकर कुछ राजनेताओं ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। कैट्ज ने कहा कि जो कोई भी "इज़राइली सैनिकों के ख़िलाफ़ ख़ून के झूठे आरोप लगाता है, वह आईडीएफ की वर्दी पहनने के लायक नहीं है।
पुलिस मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने इस्तीफे का स्वागत किया और अधिक कानूनी अधिकारियों से जांच कराने का आह्वान किया। उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें वे इजरायली जेल में फर्श पर बंधे पड़े फिलिस्तीनी कैदियों के ऊपर खड़े हैं और कह रहे हैं कि वे 7 अक्टूबर के हमलावर हैं, जिन्हें मौत की सजा मिलनी चाहिए।
7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले का वीडियो हुआ था लीक
जानकारी के अनुसार, सैन्य अड्डे पर घुसपैठ के एक सप्ताह बाद, कथित दुर्व्यवहार के क्षणों को दिखाने वाला एक सुरक्षा कैमरा वीडियो इजरायल के एन12 न्यूज को लीक कर दिया गया। सैनिकों को एक कैदी को एक तरफ ले जाते हुए और उसके चारों ओर भीड़ लगाते हुए दिखाया गया है। वे एक कुत्ते को पकड़े हुए हैं और अपने दंगारोधी उपकरणों से अपनी गतिविधियों को दिखाई नहीं दे रहे हैं।
यह फुटेज एसडी तेइमान हिरासत शिविर से आया है, जहां 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले में भाग लेने वाले कुछ हमास आतंकवादियों को रखा गया है, जिसके कारण युद्ध शुरू हुआ था। साथ ही, गाजा में बाद के महीनों में हुए युद्ध में पकड़े गए फिलिस्तीनियों को भी रखा गया है। (समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

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